Indian Students Return From Ukraine: रूस और यूक्रेन में युद्ध की स्थिति के बीच रविवार को यूक्रेन से भारत लौटे छात्रों (Indian Students) ने कहा कि वर्तमान में यूक्रेन में बहुत ही भयावह स्थिति है. वहां रहने वाले लोग भी डर के साये में जी रहे हैं और सभी को परमाणु युद्ध का डर सता रहा है. कुछ दिन पहले यूक्रेन के लोग कह रहे थे कि युद्ध नहीं होगा लेकिन अब यूक्रेन की सरकार द्वारा भी सीमावर्ती शहरों को लगातार खाली करवाया जा रहा है. भारत लौटे छात्रों ने कहा कि अभी भी भारत सरकार (Indian Government) की ओर से एयर इंडिया (Air India) की यूक्रेन से दिल्ली की फ्लाइट की घोषणा तो की गयी है लेकिन अभी उड़ानें शुरू नहीं हुई है. जिससे उन्हें मजबूरी में एयर अरेबिया की फ्लाइट से शारजाह होकर भारत आना पड़ा है.
यूक्रेन से लौटे छात्रों ने सुनाया खौफनाक मंजर
रविवार को कोटा रेलवे स्टेशन पर यूक्रेन से लौटे लोकेश मीणा राजकुमार मीणा व लक्ष्य राजावत का विदेश में संकटग्रस्त भारतीयों की सहायता के लिए कार्य करने वाले राजस्थान बूंदी के चर्मेश शर्मा ने मातृभूमि पहुंचने पर तिलक लगाकर व माल्यार्पण कर स्वागत किया. उल्लेखनीय है कि चर्मेश शर्मा द्वारा ही राष्ट्रपति सचिवालय में 13 फरवरी को याचिका दायर कर यूक्रेन में भारतीय छात्रों की सकुशल वापसी की मांग की गयी थी.
जिसके बाद 15 फरवरी को भारत सरकार ने पहली बार अधिकृत रूप से यूक्रेन में अनिश्चितता के वातावरण को मानते हुए यूक्रेन में अध्ययन कर रहे भारतीय छात्रों के वापस लौटने की एडवाइजरी जारी थी. शर्मा लगातार यूक्रेन में भारतीय छात्रों की सुरक्षा के मामले को उठा रहे हैं. उन्होंने भारतीय छात्रों के जीवन के अधिकार की रक्षा कर उन्हें भारत लाने के लिये राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस अरुण कुमार मिश्रा को भी शिकायत की है.
अभी भी फंसे है हजारों छात्र
यूक्रेन से लौटे छात्रों ने बताया कि अभी गिने-चुने छात्र ही भारत आ पाये हैं।हजारों की संख्या में भारतीय विद्यार्थी अभी भी यूक्रेन में ही फंसे हुए हैं. एक और जहां भारत आने के लिये छात्रों को जल्द फ्लाइट नहीं मिल पा रही है वहीं यूक्रेन के विश्वविद्यालयों द्वारा भारतीय छात्रों पर ऑफलाइन क्लासों व जुर्माने के दबाव से भी कई छात्र जीवन संकट में डालकर भी वहीं पर रहने को मजबूर हैं. भारत आने के लिए फ्लाइट की रेट भी पहले से कहीं ज्यादा हो गई है इसलिये भी छात्रों को समस्या हो रही है.
घोर मानसिक प्रताड़ना में जी रहे हैं छात्र
छात्र लोकेश मीणा ने कहा कि यूक्रेन में सभी भारतीय छात्र घोर मानसिक प्रताड़ना में जी रहे हैं. छात्र के माता-पिता भी भारत में अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर बहुत ज्यादा चिंतित है. यूक्रेन में जैसे-जैसे युद्ध की खबरें आ रही है छात्र बहुत ज्यादा परेशान हो रहे हैं. छात्रों के माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे भारत आ जाये. लोकेश के अभिभावक सरकारी विद्यालय में प्रधानाध्यापक घनश्याम मीणा ने कहा कि बच्चों के भारत लौटने से उनके परिवार ने राहत की सांस ली है. लेकिन जो बच्चे अभी यूक्रेन में फंसे हुए हैं उनको भी लेकर भी चिंता है. इस अवसर पर कांग्रेस प्रवासी सहायता टीम के सदस्य पार्षद अंकित बूलीवाल व कुणाल पारीक भी उपस्थित रहे.
अब ढिलाई नहीं बरते भारत सरकार
विदेश में संकटग्रस्त भारतीयों की सहायता के लिए कार्य करने वाले चर्मेश शर्मा ने कहा कि रूस यूक्रेन के बीच स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है और हजारों भारतीय छात्रों का अभी तक यूक्रेन में रहना उनके जीवन की सुरक्षा के हिसाब से सही नहीं है. कई दूसरे देशों ने वहां से अपने लोगों को पहले ही निकाल लिया।यह चारों भारतीय नागरिकों के जीवन से जुड़ा हुआ बहुत ही गंभीर विषय है जिस पर भारत सरकार को अब बिल्कुल भी ढिलाई नहीं बरतनी चाहिये.
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