Rajasthan News: राजस्थान के एक छोटे गांव से निकलकर गोपाल राज राजपुरोहित (रॉयसा राजपुरोहित) ने सफलता की नई इबारत लिखी है. रॉयसा राजपुरोहित ने फिल्म इंडस्ट्री में मेहनत और लगन के बल पर पहचान बनाई है. उन्होंने सफलता के लिए संघर्ष कर रहे युवाओं को धैर्य रखने की सलाह दी. रॉयसा राजपुरोहित का सपना पुलिस की वर्दी पहनने का था. किस्मत ने बॉलीवुड की चकाचौंध भरी दुनिया में पहुंचा दिया.


सफलता के टिप्स शेयर करते हुए रॉयसा राजपुरोहित बताते हैं, "सरकारी स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद महाराष्ट्र का रुख किया. शाहरुख खान की 'स्वदेश' की शूटिंग के दौरान फिल्म इंडस्ट्री को करीब से देखने का मौका मिला. आंखों के सामने शाहरुख खान की अदाकारी ने प्रभावित किया. मैंने ग्लैमर की दुनिया में करियर बनाने की ठान ली. संघर्ष की शुरुआत में उन्होंने मॉडलिंग और टीवी विज्ञापन किये."


चकाचौंध भरी बॉलीवुड में जाने का कैसे आया विचार?


रॉयसा राजपुरोहित को वर्ष 2009 में फिल्म 'अजब प्रेम की गजब कहानी' से ब्रेक मिला. उन्होंने करियर की शुरुआत लाइन प्रोड्यूसर के रूप में की. इसके बाद 'बजरंगी भाईजान', 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स', 'आर...राजकुमार' और 'खट्टा मीठा' जैसी फिल्मों में भी काम करने का मौका मिला. बॉलीवुड की दुनिया में जगह बनाने के बाद रॉयसा ने 'रोअरिंग लायंस प्रोडक्शंस'' नाम से खुद का प्रोडक्शन हाउस खोला. रॉयसा का फोकस राजस्थान और कश्मीर के विविधताओं भरे खूबसूरत लोकेशन पर है.


रॉयसा राजपुरोहित ने शेयर किये सफलता के टिप्स


राजस्थान और कश्मीर का लोकेशन दुनिया के सामना लाया जाना चाहिए. ग्लैमर की दुनिया तक पहुंचने का सफर रॉयसा के लिए आसान नहीं रहा है. उन्होंने करियर के लिए युवाओं को धैर्य रखने की सलाह दी. समय आने पर सपना साकार हो सकता है. रॉयसा बताते हैं, "शाहरुख खान से प्रभावित होकर बॉलीवुड में पहचान बनाना आसान नहीं था." उन्होंने कहा कि जुनून और मेहनत की बदौलत सपने को साकार किया जा सकता है. गोपाल राज राजपुरोहित का जन्म जालोर जिले के शंखवाली गांव में हुआ था. 


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