Rajasthan News: राजस्थान के कोटा शहर के रेलवे कॉलोनी क्षेत्र में एक नहर का शहर के बीच से होकर गुजरने के बावजूद सेफ्टी वॉल न होने से आये दिन हादसे होते रहते हैं. विभागीय अधिकारियों की लापरवाही की वजह से कई लोग तो अपनी जान गवां चुके हैं. गुरूवार शाम को एक और हादसा हुआ. इस हादसे में एक चलती कार नहर में जा गिरी, गनीमत रही की वहां कुछ ग्रामीण और आमजन खड़े थे. जैसे ही नहर में कार गिरने की आवाज सुनते ही लोगों को लगा कि कोई बड़ा हादसा हो गया है. तत्काल वहां खड़े युवकों ने नहर में छलांग लगा दी और उसमें फंसे लोगों को बचाने का प्रयास किया. कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी तो चेतक भी वहां पहुंच गई.


3 साल की मासूम को सबसे पहले निकाला
ग्रामीणों ने बताया कि नहर में चार से पांच फीट तक पानी था, कार उल्टी थी, ऐसे में ज्यादा मशक्कत करनी पड़ी. सबसे पहले एक युवक ने मासूम को बाहर निकाला और उसे दूसरे युवक की ओर फैंका. फिर दूसरे युवक ने मासूम को नहर के बाहर निकाला, उसके बाद एक युवक को निकाला गया, लेकिन तीसरा व्यक्ति नहीं निकल पा रहा था, कार को पलटा मारने की भी कोशिश की गई, लेकिन कार में वजन अधिक होने और पानी का बहाव होने से कार ठीक से हिल भी नहीं पा रही थी. इसके बाद कुछ और लोग नहर में उतरे और कार को साइड लगाया और उसका कांच पत्थर से तोड़कर तीसरे को भी बाहर निकाला गया.


एक व्यक्ति का तो ग्रामीणों ने ही कर दिया उपचार
इस घटना में एक व्यक्ति को काफी देर बाद निकाला जा सका. उसकी हालत खराब थी. पेट में पानी भर गया था. ग्रामीणों ने कोशिश की और उस युवक को उल्टा कर पेट से पानी निकाला.सीने को दबाया तो उसे होश आ गया, ये देख सभी ने राहत की सांस ली. कार में लव सिंह मीणा, उसकी डेढ़ साल की भांजी अन्नू व लव का दोस्त ऋषिकेश बैठा था. ये लोग अमरूदों के बाग कॉलोनी से कार में सवार होकर कोटा शहर की तरफ आ रहे थे. इन लोगों को जयंत गुर्जर, देवा, दीपक व बलवीर ने अपनी जान जोखिम में डालकर बचाया। 


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