Sukhdev Singh Gogamedi Murder: राजस्थान में मंगलवार (5 दिसंबर) को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. इस हत्या से राज्य में हड़कंप मच गया है. गोगामेड़ी की हत्या जयपुर में श्याम नगर जनपथ स्थित उनके घर पर की गई है. घटना की फुटेज सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है. पुलिस ने बताया कि तीन लोग स्कूटी से उनके घर आए थे. राजस्थान में सत्ता गठन को लेकर चल रही इस हलचल के बीच सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है.
हत्या पर गजेंद्र सिंह शेखावत, वसुंधरा राजे, शिवराज सिंह चौहान के अलावा कई कांग्रेस नेताओं के बयान सामने आए हैं, जिन्होंने इसकी निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की है.
दरअसल तीन स्कूटी सवार लोग करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी से उनके घर मिलने पहुंचे. फिर वे लोग गोगामेड़ी से उनके कमरे में मिले और लगभग 10 मिनट बातचीत की. इस दौरान गोगामेड़ी के साथ दो और लोग भी वहां मौजूद थे. बातचीत के दौरान ही गोगामेड़ी से मिलने आए अपराधियों ने अचानक गोलियां चलानी शुरू कर दी. गोली चला रहे दोनों अपराधियों ने गोगामेड़ी के साथ साथ मौजूद बाकी दो लोगों पर भी गोलियां चलाई थीं. गोलीकांड के दौरान अपराधियों ने कुल एक दर्जन से अधिक गोलियां चलाईं और ज्यादातर निशाना सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को बनाया. गोलीबारी में सुखदेव सिंह के बॉडीगार्ड भी घायल हो गए हैं.
एक हमलावर की क्रॉस फायरिंग में मौत
नवीन सिंह शेखावत नाम के हमलावर की क्रॉस फायरिंग में मौत हो गई है. नवीन सिंह शेखावत शाहपुरा का रहने वाला है. पुलिस ने जानकारी दी कि तीन हमलावरों में से एक की मौत हो गई है. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी रोहित गोदारा गैंग ने ली है. इस गैंग का नाम लारेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक रोहित गोदारा ने कुछ दिन पहले ही दुबई नंबर से सुखदेव सिंह को धमकी दी थी. बता दें कि रोहित गोदारा एक गैंगस्टर है, जो फिलहाल भारत से फरार है. NIA गैंगस्टर रोहित गोदारा की जांच में लगी है.
कौन थे सुखदेव सिंह गोगामेड़ी कैसे हुआ राजपूत करणी सेना का गठन?
करणी सेना की स्थापना साल 2006 में लोकेंद्र सिंह कालवी ने किया था. इस संगठन का नाम करणी माता के नाम पर पड़ा है. करणी सेना का नाम तब सबसे ज्यादा चर्चा में आया था जब साल 2018 में आई रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण की फिल्म पद्मावत का विरोध हुआ था. तब करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर के इस फिल्म पर बैन लगवाने की मांग की थी. पद्मावत के बहिष्कार में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का अहम रोल था. इस संगठन ने राजस्थान के मशहूर गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने का भी विरोध किया था. तब भी भी सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का नाम काफी चर्चाओं में रहा था. करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी से सुखदेव सिंह का मतभेद हो गया. राजपूत करणी सेना से अलग होने के बाद सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने 2015 में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का गठन किया.
फिल्म 'पद्मावत' का राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने विरोध किया था और ये संगठन चर्चा में आया था. जिसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना नाम से एक अलग ही संगठन बना लिया था. सुखदेव खुद इस संगठन के अध्यक्ष बने थे. हालांकि, साल 2021 में दोनों संगठनें फिर से एक हो गए.