लोकसभा चुनाव के परिणामों ने राजस्थान में बीजेपी को 14 सीटें ही मिल पाई. परिणाम के बाद चर्चाओं में कई कारण सामने आए. इसमें एक प्रमुख कारण राजस्थान में राजपूतों की नाराजगी पर भी सामने आया. इसी को लेकर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के दिवंगत राष्ट्रीय अध्यक्ष दिवंगत सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की पत्नी शिला गोगामेड़ी जो संगठन की कार्यकारी अध्यक्ष वह उदयपुर पहुंचीं. यहां एबीपी न्यूज से बात करते हुए उन्होंने राजस्थान में बीजेपी की हार पर बेबाकी से जवाब दिया.


हत्याकांड के आरोपियों को फांसी की मांग

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के मामले में उनकी की पत्नी शिला गोगामेड़ी ने बताया कि एनआईए की जांच चल ही है और तीन चार दिन पहले की चार्जशीट पेश की गई है. हालांकि हमें पता चला है कि देश के बाहर बैठे अपराधी गोल्डी बराड और रोहित गोदारा इस मामले से जुड़े हैं. मांग है कि सरकार उन्हें लाए और फांसी चढ़ाएं या रास्ते में ही एनकाउंटर कर दे. 


'राजपूतों ने तोड़ा बीजेपी का घमंड'

 

भारतीय जनता पार्टी बनाने वाले राजपूत है. शुरू से राजपूतों ने बीज बोया था जो अब पेड़ बन चुका है, जिसका अब अन्य लोग फल खा रहे हैं. इसी से राजपूतों को अलग कर दिया गया था क्या राजपूत नाराज नहीं होंगे. जब टिकट वितरण का समय आया तो 25 में से सिर्फ तीन टिकट राजपूतों को मिली.

 

उन्होंने कहा, ''गुजरात में रूपाला ने क्षत्राणियों को लेकर बयान दिया था. उस समय पूरा राजपूत समाज एक था लेकिन राजपूतों की ना सुनकर बीजेपी ने एक व्यक्ति की सुनी. जाहिर सी बात है राजपूत समाज नाराज तो था. वहीं नाराजगी राजस्थान में देख ली. घमंड तोड़ दिया. वैसे पार्टियों से संगठन का कोई लेना देना नहीं है. जो हमारी सुनेगा हम उनके साथ होंगे. ''

 

उन्होंने कहा कि केंद्र ने सरकार बनने को लेकर उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी अच्छा काम कर रहे हैं. हम उनके सपोर्ट में हैं, लेकिन हमारी ही गर्दन काटी जाएगी तो हम खिलाफ हैं. अगर वो सपोर्ट करेंगे तो राजपूत खुले दिल से पहले उनके साथ थे और आगे भी रहेंगे.