Rajasthan: रंधावा के लिए आसान नहीं कांग्रेस की उलझी सियासी गुत्थी को सुलझाना, बार-बार क्यों दोहरा रहे एक ही बात?
Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस प्रभारी एसएस रंधावा ने पार्टी के नेताओं को एक मंच पर लाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं, लेकिन इस मुहिम में वो कितना सफल होंगे, इसके लिए अभी इंतजार करना होगा.
Rajasthan Politicsa News: राजस्थान में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान प्रदेश कांग्रेस (congress) के नवनियुक्त प्रभारी और पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder singh Randhawa ) ने कहा था कि दिल के मुताबिक कांग्रेस चलेगी तो सब ठीक रहेगा. दिमाग कहीं और रहेगा तो काम ठीक नहीं होगा, पर अब वैसा दिखाई नहीं दे रहा. वह भारत जोड़ो यात्रा समाप्त होने के बाद दो दिन के लिए राजस्थान पहुंचे. गहलोत (Ashok Gehlot ), पायलट (Sachin pilot), जोशी, सहित पार्टी के अन्य नेता व कार्यकर्ताओं से बात भी कि लेकिन कांग्रेस में गुटबाजी की समस्या पहले से और ज्यादा गंभीर हो गई. उनके सामने ही सीएम बदलने की तक की मांग उठी. इस मसले पर गहलोत और पायलट गुट के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई, लेकिन वो कुछ नहीं कर पाये.
फिर दोहराई फाइव स्टार कल्चर वाली बात
राजस्थान (Rajasthsan) से चंडीगढ़ रवाना होने से पहले उन्होंने एक बार फिर कहा कि वह फाइव स्टार कल्चर वाले प्रभारी नहीं रहेंगे. साथ ही इस बात का भी जिक्र किया कि राजस्थान में मेरे सामने कोई चुनौती नहीं है, जो चुनौती से डर गया वो सफल नहीं होता. संगठन में सबकी बात सुनना और सबके लिए काम करना है. संगठन अगर मजबूत नहीं होगा तो काम नहीं चलेगा. इससे पहले 13 दिसंबर को प्रदेश प्रभारी एसएस रंधावा ने सचिन पायलट के समर्थन में बड़ा बयान देकर सबको चौंका दिया. उन्होंने कहा था कि सचिन पायलट के खून और दिमाग में कांग्रेस है. उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच नेतृत्व को लेकर सियासी नोकझोंक चरम पर है.
रंधावा के बयान का असर
13 दिसंबर को दिए उनके इस बयान का असर भी अब दिखने लगा है. उनके दो दिन के राजस्थान यात्रा के दौरान सचिन पायलट गुट ने तो सीएम बदलने की मांग खुले तौर पर कह दी. इस बात को लेकर उनके सामने ही दोनों पक्ष के लोग एक-दूसरे से भिड़ गए. यानि दोनों गुटों के बीच कोल्डवार भारत जोड़ो यात्रा के बाद पहले से ज्यादा तेज हो गई है.
बता दें कि कांग्रेस प्रभारी नियुक्त होने के बाद उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा था कि 2023 को लेकर कोई परेशानी नहीं है. हर कांग्रेसी को आगे बढ़ाया जाएगा. चाहे छोटा हो या बड़ा हो सबको साथ लेकर चलना है. संगठन मजबूत होता है तभी सरकार बनेगी. फिलहाल, उन्होंने कहा कि बहुत जल्द प्रदेश संगठन में खाली पदों का भरा जाएगा, और सभी मिलकर काम करते रहेंगे.
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