Rajasthan News:  संत स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज पी.सी. गुप्ता स्मृति व्याख्यान माला के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कोटा पहुंचे. इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वामी गोविंद देव ने कहा कि जिस तरह से पेड़ों की कटाई हो रही है, जल प्रदूषित हो रहा है. इसके अनुसार तो पृथ्वी आग का गोला बन जाएगी. उन्होंने प्रभु श्रीराम के जीवन दर्शन पर आज के परिपेक्ष में कहा कि बच्चों को जन्म से ही श्रीराम के जीवन के बारे में बताना चाहिए. बता दें कि स्वामी गोविंद देव गिरीजी महाराज श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष हैं.


‘भारत की किसी भी नदी का जल स्वच्छ नहीं रहा’
स्वामी गोविंद देव गिरीजी महाराज ने कहा कि शुद्ध शाश्वत, संस्कारित, धर्मावलंबी स्वरूप ही श्री राम है, हम सभी को अपने जीवन में मर्यादा को धारण करने का सदैव प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा कि मानव जीवन को सार्थक बनाने के लिए प्रकृति के साथ संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता है. हम विलासिता के चलते प्रकृति को नुकसान पहुंचा रहे हैं.


जल को प्रदूषित कर रहे हैं, वर्तमान समय में भारत की किसी भी नदी का जल स्वच्छ नहीं है, वह लगभग सभी नदियों का आचमन कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि यही हालात रहे तो पृथ्वी आग का गोला बन जाएगी. उन्होंने कहा कि पौधे पृथ्वी का श्रृंगार है हमें पौधे लगाने चाहिए. 


आने वाली पीढ़ी हमसे भी ज्यादा सहेगी ग्लोबल वार्मिंग का असर  
महाराज ने कहा कि जीवन को सुखमयी बनाने के चार सूत्र हैं, जिनमें जीवन, सामाजिक जीवन, प्रकृति और परमात्मा. इन चारों में यदि व्यक्ति ने अपना संतुलन बना लिया तो स्वयं और दूसरों का पूरा जीवन सुखमय बनाया जा सकता है. आज हमने प्रकृति का अत्यधिक दोहन कर लिया जिसकी वजह से आज हम ग्लोबल वार्मिंग का विकट सामना कर रहे हैं और आने वाली पीढ़ी इससे और भी अधिक सहेगी. 


अल्बर्ट आइंस्टीन को लेकर कही ये बात
स्वामी गोविंद देव गिरीजी महाराज ने कहा कि हमारे शरीर की असीमित क्षमताएं हैं, लेकिन हमें उसकी पहचान नहीं हो पाती. डॉ. अल्बर्ट आइंस्टीन जैसे व्यक्तित्व भी शरीर की कुल क्षमता का 10 प्रतिशत ही उपयोग कर पाए, 90 प्रतिशत क्षमता का उपयोग वो भी नहीं कर पाए, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमारे शरीर की कितनी असीमित क्षमताएं हैं. 


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