5 Member of Family Rescue from Bhimlat Waterfall: राजस्थान में इन दिनों मानसून सक्रिय है और लगातार प्रदेश भर में बारिश का दौर जारी है. इससे प्रदेश के कई झरने, नदी, नाले उफान पर भी हैं. लोग इन झरनों में पिकनिक मनाने के लिए उमड़ रहे हैं. यहां आज सावन का पहला सोमवार होने पर शिवालयों में भक्तों का तांता लगा रहा तो वहां से निकलने वाले झरनों पर भीड़ भी रही. इसी बीच बूंदी जिले के भीमलत महादेव झरने पर 5 लोग फंस गए जिन्हें सुरक्षित बचा लिया गया.
एक बार तो ऐसा लगा कि तेज बहाव में इनकी जान जोखिम में आ गई है. लेकिन सिविल डिफेंस, सदर थाना पुलिस की सतर्कता के चलते पुलिस ने रेस्क्यू अभियान चलाकर एक-एक कर इन पांचों को बचा लिया. गलती इस परिवार की यह थी कि यह परिवार झरने के नीचे जाकर पानी का लुफ्त उठा रहे थे. जहां अधिकतर कोई नहीं जाता. तभी अचानक पहाड़ी इलाकों में हुई बरसात से झरना उफान पर आ गया. जो जहां था वहीं फंसा रह गया. लोगों ने झरने में फंसने की जानकारी पुलिस को दी. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया.
रेस्क्यू कर लोगों को सुरक्षित निकाला गया
सदर थाना अधिकारी अरविंद भारद्वाज ने बताया कि बूंदी जिले के पिकनिक स्थल भीमलत महादेव में इन दिनों लोग दर्शन करने के साथ पानी का लुफ्त उठा रहे हैं. इसी बीच शाहपुरा निवासी देवेंद्र माहेश्वरी अपने परिवार के साथ महादेव के दर्शन करने के लिए आया था. यहां दर्शन करने के बाद भीमलत के झरने में गया. उसके साथ उसकी पत्नी सुनीता माहेश्वरी, सिस्टर राखी माहेश्वरी सहित अन्य लोग थे. जो पानी का लुफ्त उठा रहे थे.
उन्हें नहीं पता था कि यह झरना अचानक से तेज हो जाएगा और बहाव में फंस जाएंगे. अचानक से पहाड़ी इलाके में हुई बरसात से झरने में उफान आया और देवेंद्र माहेश्वरी, सुनीता, राखी माहेश्वरी सहित पांच लोग झरने के नीचे फंस गए. लोगों ने सैलाब में फंसने की तुरंत शिकायत पुलिस और सिविल डिफेंस के जवानों को दी. वहां मौजूद पुलिस और सिविल डिफेंस के जवानों ने तुरंत रेस्क्यू चलाकर एक-एक कर पांचो जनों को सुरक्षित बाहर निकाला. पुलिस ने सुरक्षित निकाले गए परिवार के लोग और पर्यटकों से अपील की कि वह झरने के आसपास नहीं जाएं.
झरना स्थल पर सिविल डिफेंस के जवानों की तैनाती
गौरतलब है कि बूंदी जिले में आधा दर्जन ऐसी जगह है जहां पर हर वर्ष हजारों की तादाद में पर्यटक पानी का लुफ्त लेने के लिए पहुंचते हैं. जिनमें से मुख्य रामेश्वर महादेव, भीमलत महादेव, केवढ़िया महादेव बरधा बांध शामिल है. जहां मानसून और सावन के महीने में पर्यटकों की भीड़ रहती है. इन जगहों पर जिला प्रशासन ने सिविल डिफेंस के जवानों को तैनात किया है.
जहां जवान झरने वह पानी में जाने के लिए पर्यटक को को रोकते हैं. लेकिन भीड़ अधिक होने के कारण कई बार सिविल डिफेंस की जवान रोकने में नाकाम रहते हैं. हालांकि पानी में अपनी जान जोखिम में डालने वाले लोग पानी का शिकार हो रहे हैं. अब तक जिले में पानी की चपेट में आने से दो लोगों की भी मौत हो चुकी है.
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