विलुप्ति की कगार पर पहुंचे बस्टर्ड पक्षी को विज्ञान का वरदान, कृत्रिम गर्भाधान से चूजे का जन्म
Rajasthan News: राजस्थान के जैसलमेर में वैज्ञानिकों ने अनोखा कारनामा कर दिखाया है. यहां विलुप्ति की कगार पर पहुंच गए एक पक्षी की प्रजाति को बचाने में सफलता अर्जित की गई है.
Rajasthan News: राजस्थान में कृत्रिम गर्भाधान (Artificial insemination) के जरिए गोडावण (Great Indian Bustard) ने चूजे को जन्म दिया है. यह चूजा बिल्कुल स्वस्थ है. गोडावण विलुप्ति की ओर है. ऐसे में वैज्ञानिक तरीके से चूजे के जन्म पर वन्य विभाग तो खुश है ही, वहीं सीएम भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) ने भी यह समाचार सोशल मीडिया पर शेयर किया है.
सीएम भजनलाल शर्मा ने 'एक्स' पर लिखा, ''सुखद एवं गौरवपूर्ण समाचार! राजस्थान के जैसलमेर में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल हुई है. लगातार विलुप्ति की ओर बढ़ती गोडावण (ग्रेट इंडियन बस्टर्ड) प्रजाति के संरक्षण में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है, जहां कृत्रिम गर्भाधान की नवीन तकनीक द्वारा एक स्वस्थ चूजे का जन्म हुआ है। राजस्थान के राज्य पक्षी गोडावण की विलुप्ति को रोकने एवं इसकी संख्या में वृद्धि करने के महत्वपूर्ण उद्देश्य से संचालित "बस्टर्ड संरक्षण एवं पुनर्वास कार्यक्रम" के अंतर्गत जैसलमेर स्थित कृत्रिम प्रजनन केंद्र में यह उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई है.''
पक्षियों के संरक्षण में बनेगा मील का पत्थर - भजनलाल
उन्होंने आगे लिखा, '' यह अभूतपूर्व उपलब्धि गोडावण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी. इस अभिनव प्रोजेक्ट से जुड़े समस्त वैज्ञानिकों, वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को उनके अथक एवं सराहनीय प्रयासों के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं.''
सुखद एवं गौरवपूर्ण समाचार!
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) October 22, 2024
राजस्थान के जैसलमेर में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल हुई है। लगातार विलुप्ति की ओर बढ़ती गोडावण (ग्रेट इंडियन बस्टर्ड) प्रजाति के संरक्षण में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है, जहाँ कृत्रिम गर्भाधान (आर्टिफिशियल इनसेमिनेशन) की नवीन तकनीक द्वारा एक स्वस्थ चूजे… pic.twitter.com/k6VmHHsUdR
चूजे के जन्म के बाद मादा पक्षी को कर दिया जाएगा आजाद
चूजे का जन्म 16 अक्टूबर को हुआ है. आर्टिफिशियल इन्सेमिनेशन के जरिए पहले चूजे का जन्म है. यह विलुप्ति की कगार पर पहुंचे रहे प्रजातियों को बचाने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण कदम है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र सरकार, राजस्थान सरकार और डब्ल्यूडब्ल्यूआई ग्रेट इंडियन बस्टर्ड के संरक्षण की दिशा में काम कर रहा है. इससे जुड़ी परियोजना में आर्टिफिशियल इन्सेमिनेशन सफलतापूर्वक लागू हो गया है, चूजे के जन्म के लिए पक्षी को पिंजडे़ में रखा जाता है और उसके जन्म के बाद पक्षी को जंगल में खुला छोड़ देने की योजना है.
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