Udaipur News: उदयपुर जिले के जयसमंद कस्बे के पास झाड़ोल गांव में दो दिन कोई ठीक से नहीं सोया. इसके पीछे कारण था कि गांव के ही किसी घर की छत पर पड़े स्टील के लोटे में पानी पीते वक्त बंदर का सिर फंस गया. लोटा बड़ा होने के कारण बंदर का मुंह पुरा कवर कर लिया जिससे उसे कुछ नहीं दिखाई दे रहा था. बंदर छोटा था और उसकी मां साथ थी. मां बच्चे की परेशानी को देख दिन-रात छतों पर कूदती रही. फिर वन विभाग की टीम पहुंची और रेस्क्यूअर धर्मेंद्र पनिगर ने बंदर को पकड़ लोटा निकाल उसकी मां पास छोड़ा.


वन विभाग की टीम ने किया रेसक्यू
रेस्क्यूअर धर्मेंद्र पनिगर ने एबीपी को बताया कि बुधवार को सूचना मिली थी कि दो दिन पहले बंदर के बच्चे का सिर स्टील के लोटे में फंस गया है. वन विभाग की टीम भी पहुंची लेकिन सफलता नहीं मिली. सूचना पर मौके पहुंचे तो ग्रामीणों ने बताया कि बंदर दो दिन से परेशानी झेल रहा है और दिन रात छतों पर कूद रहा जिससे कोई ठीक से सोया नहीं. टीम ने फिर रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया. मौके पर ग्रामीणों की बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई.


टीम ने बंदर के सामने खाद्य सामग्री डाली ताकी उसकी मां खाने आए तो बच्चे को पकड़ ले लेकिन वह नहीं आई. बंदरों के झुंड भी इकट्ठा हो गया. पहले बंदरों के झुंड को वहां से भगाया. फिर गांव से बंदर को जंगल की तरफ जाने के लिए मजबूर किया. बाद में दो तरफ जाल बिछाकर उसे जाल की तरफ भगाया तो वह जाल में फंस गई. फिर बच्चे को लिया और लोटा निकाल मां के पास छोड़ा.


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