Rajasthan Sanitation Workers Protest: राजस्थान सरकार के द्वारा सफाई कर्मचारी भर्ती प्रक्रिया शुरू करने को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया गया था. इसके साथ ही वाल्मीकि समाज की ओर से भर्ती में 100 फीसदी वाल्मीकि समाज को ही तवज्जो दी जाए इसको लेकर विरोध शुरू हो गया. विरोध होने के बाद राजस्थान सरकार ने सफाई कर्मचारी भर्ती पर फिलहाल रोक लगा दी है. इसके बाद भी वाल्मीकि समाज के नेताओं ने जयपुर में धरना प्रदर्शन जारी रखा. इस धरना प्रदर्शन के बीच राज्य सरकार के अधिकारी और वाल्मीकि समाज के नेताओं में समझौता हो गया, लेकिन इस समझौते को जोधपुर के वाल्मीकि समाज के नेता नरेश कंडारा ने खारिज करते हुए मानने से मना कर दिया और इसकी घोषणा भी कर दी थी.
क्या कहा वाल्मीकि समाज के नेता नरेश कंडारा ने?
वाल्मीकि समाज के नेता नरेश कंडारा ने घोषणा करने के बाद सोमवार को जोधपुर नगर निगम के बाहर सफाई कर्मचारियों के साथ झाड़ू डाउन करके धरने पर बैठ गए. प्रशासनिक अधिकारियों ने वाल्मीकि समाज के नेताओं को वार्ता के लिए बुलाया है. अगर इस मामले में वाल्मीकि समाज की मांगों को नहीं माना गया तो यह धरना लंबा चल सकता है और शहर की सफाई व्यवस्था बिगड़ सकती है. जोधपुर सफाई कर्मचारी नेता नरेश कंडारा ने कहा कि जयपुर में हुए समझौते को हम नहीं मानते हैं. जोधपुर शहर में नगर निगम के सभी सफाई कर्मचारी झाड़ू डाउन करने का निर्णय लिया है. नेता नरेश कंडारा ने धरना प्रदर्शन जारी रखने के लिए वाल्मीकि समाज के सभी साथियों, नगर निगम वार्ड प्रभारी और मुख्य सफाई निरीक्षक से हड़ताल को समर्थन देने की अपील की है.
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क्या है सफाई कर्मचारियों की मांग
सफाई कर्मचारी नेता नरेश कंडारा ने बताया कि हमारी मांग है कि इस सफाई कर्मचारी भर्ती में वाल्मीकि समाज के लोगों को 100 प्रतिशत भर्ती में शामिल किया जाए और अन्य जातियों के जो सफाई कर्मचारी हैं उन्हें भर्ती 2012 में और भर्ती 2018 में नियुक्त किया जाए . इसके साथ ही स्वर्ण जाति के सभी सफाई कर्मचारियों को उनके मूल पदों पर लगाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर एक मई को मजदूर दिवस पर जोधपुर नगर निगम के सभी सफाई कर्मचारियों ने कार्य का बहिष्कार करके हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया है. फिलहाल निगम के अधिकारियों और सफाई कर्मचारियों के बीच बातचीत चल रही है.