Kota News: राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन गई है और अब सूबे में मंत्रिमंडल तय किए जाने को लेकर मंथन हो रहा है. चर्चा है कि मंत्रिमंडल में सभी 25 लोकसभा सीटों को ध्यान में रखते हुए सभी जगह से मंत्री बनाए जाएंगे. ऐसे में कोटा संभाग की बात करें तो यहां पर लोकसभा की दृष्टि से दो सीट आती हैं. पहली कोटा-बूंदी लोकसभा और दूसरी बारां-झालावाड़ लोकसभा सीट. कोटा-बूंदी क्षेत्र लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का है, जहां से उनके करीबी को मंत्री बनाए जाने की चर्चा चल रही है. जबकि बारां-झालावाड़ में सांसद दुष्यंत सिंह हैं, जो की वसुंधरा राजे सिंधिया का गढ़ है. यहां भी इनके समर्थकों को चांस मिल सकता है.
25 लोकसभा 25 मंत्री का गणित कर सकता है काम
राजनीति में परिवर्तन देखने को मिल रहा है. भाजपा नए प्रयोग कर रही है, वहीं सभी क्षेत्र और जातियों को साधने का प्रयास भी किया जा रहा है. 25 लोकसभा के हिसाब से मंत्री बनाए गए तो हाड़ौती को केवल दो या तीन ही मंत्री मिलने वाले हैं. जबकि यहां पर 5 से 6 लोग मंत्री पद के दावेदारी में सामने आ रहे हैं. ऐसे में यह चर्चा भी आम है कि जिस तरह से भाजपा नए लोगों को मौका दे रही है तो नए लोग आगे आ सकते हैं. वहीं हाड़ौती संभाग में कई वरिष्ठ नेता भी हैं जो पूर्व में मंत्री रह चुके हैं. यह सारी चर्चा राजनीतिक गलियारे में तेजी से सुनाई दे रही हैं.
कोटा के चार विधायक, चारो ही मंत्रीपद की दौड़ में
कोटा संभाग की बारां-झालावाड़ लोकसभा सीट की बात करें तो यहां पर भाजपा के 8 में से 7 विधायक जीत कर आए हैं, जिसमें सबसे वरिष्ठ 7 बार के विधायक और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी का नाम सामने आता है. जबकि दो बार के विधायक ललित मीणा नए हैं तो इन्हें भी मौका दिया जा सकता है. ललित मीणा किशनगंज विधानसभा सीट से जीतकर आए हैं और संघ के करीबी भी बताए जाते हैं.
वहीं दूसरी और कोटा बूंदी लोकसभा की बात करें तो यहां पर 8 में से 4 विधानसभा सीटें भाजपा ने जीती हैं. इनमें सबसे पहला नाम मदन दिलावर और हीरालाल नागर का सामने आ रहा है. मदन दिलावर संघ के करीबी हैं और पूर्व में भी मंत्री रह चुके हैं. भाजपा कार्यकारिणी में प्रदेश महामंत्री का दायित्व निर्वहन कर चुके हैं. जबकि हीरालाल नागर किसान मोर्चा में उपाध्यक्ष रहे हैं. प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रहे हैं और दो बार विधायक रहे हैं और लोकसभा अध्यक्ष के करीबी माने जाते हैं.
जबकि तीन बार जीत कर सामने आए कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा और लाडपुरा से दूसरी बार जीत कर आईं राज परिवार से कल्पना देवी भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल है. ऐसे में कोटा-बूंदी लोकसभा से जीतकर आए चारों ही प्रत्याशी मंत्री पद की दौड़ में हैं. ऐसे में अब किसे मंत्री पद दिया जाता है यह भाजपा का शीर्ष नेतृत्व तय करेगा. लेकिन राजनीतिक सामाजिक और जातिगत आधार को ध्यान में रखते हुए समन्वय स्थापित किया जाएगा.
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