Rajasthan Police Demand: राजस्थान में कांग्रेस सरकार (Congress Government) चार साल पूरे होने का जश्न मना रही है. इस बीच गहलोत सरकार से उम्मीद लगाए बैठी राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) अपनी मांगें को लेकर अभियान चला रही है. लंबे अर्से से मांगों की अनदेखी होने से निराश पुलिस ने पुरजोर तरीके से सरकार तक मांग पहुंचाने और अपनी सभी मांगें मनवाने के लिए रणनीति बनाई है. इसके तहत आज प्रदेश के 80 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी एक साथ आंदोलन के रूप में अपनी आवाज बुलंद करेंगे. वे चाहते हैं कि सरकार पुलिस की मांगों को स्वीकार करे.
ट्विटर के जरिए सरकार तक पहुंचाएंगे बात
राजस्थान का गृह मंत्रालय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के पास ही है. कांग्रेस सरकार की चौथी वर्षगांठ के मौके पर 17 दिसंबर को सीएम गहलोत प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. माना जा रहा है इस दौरान सीएम प्रदेश को कई सौगात दे सकते हैं. ऐसे में प्रदेश पुलिस आज 16 दिसंबर की शाम 7 बजे ट्विटर पर #पुलिस_डिमांड ट्रेंड करवाकर अपनी मांगें सरकार के सामने रखेगी. उन्हें विश्वास है कि समाज की सुरक्षा में दिन-रात सतर्क रहने वाले पुलिस कर्मचारियों को सीएम सौगात देंगे.
क्या हैं सरकार से पुलिस की प्रमुख मांगें
रफ्तार से बदलते वक्त में जिस तरह अपराध बढ़ रहे हैं उसकी तुलना में सूबे के पुलिस महकमे में मैनपावर की कमी है. पुलिस की मांग है कि प्रदेशभर के थानों में रिक्त पद भरें जाएं. अन्य विभागों की तरह पुलिस विभाग में भी कार्मिकों की ड्यूटी 8 घंटे हो. पुलिसकर्मियों को टाइम स्केल प्रमोशन और 3600 ग्रेड पे का लाभ मिले. प्रत्येक पुलिसकर्मी को वीकली ऑफ मिले. हालांकि, अभी अजमेर जिले के एक-दो थाने में प्रयोग के रूप में वीकली ऑफ दिया जाने लगा है.
प्रदेश में इतना बड़ा है पुलिस नेटवर्क
राजस्थान प्रदेश में पुलिस का नेटवर्क बहुत बड़ा है. यहां 7 पुलिस रेंज और 2 कमिश्नरेट हैं. 40 पुलिस जिले और 2 जीआरपी जिले हैं. प्रदेशभर में 214 पुलिस सर्किल क्षेत्र में 861 थाने और 1215 चौकियां स्थापित हैं. इनके अलावा मेवाड़ भील कोर समेत 17 आरएसी बटालियन हैं. 190 आईपीएस और 850 आरपीएस के साथ हजारों पुलिसकर्मी कार्यरत हैं.
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