Rajasthan Budget 2023 Announcement: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने 10 फरवरी को अपने कार्यकाल का आखिरी बजट (Rajasthan Budget 2023) पेश किया था. कई दिन से बजट को लेकर प्रचार प्रसार किया जा रहा था कि ऐसा बजट होगा कि राजस्थान के लोग कई सालों तक याद करेंगे. बहुत सी लोकलुभावन घोषणाएं भी की गईं. लेकिन बजट पेश होने के बाद कहीं लोगों में बजट को लेकर खुशी है तो कहीं नाराजगी. इस बीच व्यापारियों आंदोलन शुरू कर दिया है.


भरतपुर जिले के बयाना कस्बे में व्यापारियों और स्थानीय लोगों ने बजट में बयाना कस्बे के लिए कुछ खास नहीं मिलने पर बजट को ऊंट के मुंह मे जीरा बताया है. व्यापारियों ने आंदोलन के तहत अलग-अलग तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. व्यापारियों का मांग है कि अब मुख्यमंत्री 16 फरवरी को पूरक बजट में बयाना में सदर थाना खोले जाने,एडीएम कार्यालय, एएसपी कार्यालय, कंज्यूमर कोर्ट खोले जाने के साथ ही अन्य कई की मांगों की घोषणा करने की मांग की है. व्यापारियों ने सोमवार को भैंस के आगे बीन बजाकर बजट का विरोध किया.


ऊंट के मुंह मे जीरा


बयाना व्यापार महासंघ और खाद्य व्यापार संघ के नेतृत्व में शिवगंज अनाज मंडी में मुख्य सड़क पर व्यापारियों ने बजट को ऊंट के मुंह मे जीरा बताते हुए आंदोलन में ऊंट लाकर उसके मुंह मे जीरा डालकर अपना विरोध प्रदर्शन किया.व्यापारियों द्वारा किए गए अनूठे विरोध प्रदर्शन को देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई.व्यापार महासंघ के अध्यक्ष विनोद सिंघल ने बताया है कि बयाना के लोगों को बजट से काफी उम्मीद थी लेकिन बयाना के लिए कोई घोषणा बजट में नहीं की गई है. बयाना उपखंड में क्राइम बढ़ता जा रहा है जिले में सबसे ज्यादा मामले बयाना थाने में ही दर्ज होते हैं, इसके बा भी बयाना में सदर थाना खोले जाने की बजट में घोषणा नहीं हुई है.''


मुख्यमंत्री पर भेदभाव का आरोप


लोगों का कहना है कि बयाना-रूपबास विधायक अमर सिंह जाटव सचिन पायलट के गुट के हैं, इसलिए बयाना को बजट में कुछ खास नहीं मिला है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में भी दिखाई है गुटबाजी. लोगों का कहना है कि जो विधायक अशोक गहलोत गुट के हैं, उनके क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने कई घोषणाएं की हैं लेकिन जो विधायक सचिन गुट के माने जाते हैं उनके विधानसभा क्षेत्र की जनता के साथ भेदभाव किया गया है.


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