Rajasthan Politics: पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार रहे संयम लोढ़ा और मंत्री ओटाराम देवासी सोशल मीडिया पर आमने सामने हैं. संयम लोढ़ा ने मंत्री ओटाराम देवासी पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि बिना कुछ किए खुद की पीठ थपथपाना पंचायती राज्य मंत्री ओटाराम देवासी के लिए 'उल्टे बांस बरेली को' वाली कहावत चरित्रार्थ करता है. संयम लोढ़ा ने कहा कि क्रमोन्नत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को उपकेंद्र बताकर उन्होंने वाहवाही लूटने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि माकरोड़ा, डोडुआ, गोयली एवं बड़गांव एक साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र क्रमोन्नत हुए थे. अब मंत्री उप स्वास्थ्य केन्द्र बनने का प्रचार कर रहे हैं.


संयम लोढ़ा ने एक्स पर लिखा, "राज्य मंत्री और बीजेपी झूठी वाहवाही के चक्कर में क्यों हंसी का पात्र बन रहे हैं, ये लोगों की समझ से परे है." राज्य मंत्री ओटाराम देवासी ने संयम लोढ़ा पर पलटवार किया. उन्होंने पोस्ट का जवाब देते हुए लिखा, "माननीय पूर्व सीएम के सलाहकार जी, नींद में मैं नहीं आप हैं. आपने सिरोही की जनता को थोथी घोषणाएं कर अंधेरे में रखा. धरातल पर कुछ भी काम नहीं कराया. सेंटर को आपने क्रमोन्नति की घोषणा तो 2022 में करा दी लेकिन डेढ़ साल में 2023 तक एक पाई का भी काम कराया हो या नई एक ईंट भी लगाई हो तो आप सिरोही की जनता को बताएं."




संयम लोढ़ा और मंत्री ओटाराम देवासी के बीच वार पलटवार


उन्होंने आगे कहा, "मेरा काम खोटी घोषणाएं करना नहीं बल्कि धरातल पर काम करना है. चिकित्सा केंद्रों पर क्रमोन्नति की केवल घोषणाएं हुई थी, पीएचसी के अनुरूप भवन नहीं बने हैं. मेरा प्रत्येक केंद्र पर 1.5-1.5 करोड़ की लागत से भवन बनाने का वादा है. आगामी समय में भवन बनाकर जल्द सिरोही की जनता को सुपुर्द करेंगे."


पोस्ट में मंत्री ने आगे लिखा, "आपकी घोषणाएं और मेरे धरातल पर कराए जाने वाले कामों में अंतर है."