Devlopment Project: जोधपुर शहर में बारिश के दिनों में कई क्षेत्रो में जलभराव की स्थिति बन जाती है. जलभराव की समस्या से आम जनता को राहत देने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने बड़े बजट की घोषणा की है. बारिश के दिनों में बार-बर पानी जमा हो जाने की समस्या से अब जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. सीएम गहलोत के दिशा-निर्देश पर ड्रैनेज कार्य आरयूआईडीपी ने हाथ में लिया है.इसके तहत भैरव नाला और आरटीओ नाला का काम कराया जा रहा है.
कहां से कहां तक बनाया जाएगा नाला
आरयूआडीपी के अधीक्षण अभियन्ता सुनील व्यास ने बताया कि अब तक बरसात के दिनों में जोधपुर-जयपुर रोड पर जलभराव और निकासी न होने के कारण यातायात अवरूद्ध हो जाता था.इससे आस-पास के क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन जाती थी.जयपुर-अजमेर मुख्य सड़क इस कारण से हर बार क्षतिग्रस्त हो जाती थी. नाले पर कराए जाने वाले कार्य से बारिश का पानी सीधे जोजरी नदी में जाएगा. इससे सड़क पर जलभराव की स्थिति नहीं बनेगी. इसके साथ ही सड़क सुरक्षित रहेगी और बरसाती पानी का सदुपयोग भी सुनिश्चित होगा.आरटीओ नाला का काम हाथ में लिया गया है.
इसके जिसके माता जी का थान से जोजरी नदी कुल लंबाई 7.13 कि.मी. ढका हुआ नाला(बॉक्स सेक्शन) बनाया जाएगा. इससे गणेश नगर, बनाड रोड वाया सारण नगर आरओबी से जोजरी नदी और माता के थान से जोजरी नदी तक के सभी क्षेत्रों को फायदा मिलेगा. इसके लिए कुल 320.20 करोड़ रुपए की धनराशि का प्रावधान किया गया है.
कैसा होगा भैरव नाला
उन्होंने बताया कि भैरव नाला ड्रैनेज कार्य के अन्तर्गत शोभावतों की ढाणी से जोजरी नदी तक कुल 13.10 किलोमीटर कार्य कराया जाएगा.इसमें ढका हुआ नाला(बॉक्स सेक्शन) की लम्बाई 5.5 किमी है जबकि खुला नाला(ट्रफ सेक्शन) की लम्बाई 7.6 किमी है.इसमें शोभावतों की ढाणी से जोजरी नदी वाया पाल गांव, तनावडा, घिनाडों की ढाणी और सालावास रोड तक आरसीसी नाले का निर्माण कराया जाएगा.
राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजेंद्र सोलंकी ने कहा कि इस ज्वलन्त समस्या के समाधान से एक ओर जहां आवागमन और यातायात सुविधाओं और सेवाओं में आ रही दिक्कतों से मुक्ति मिलेगी वहीं बार-बार जलभराव के कारण बस्तियों एवं लोगों के सामने आने वाली समस्याएं खत्म होंगी.नगर निगम की महापौर कुन्ती देवड़ा परिहार ने कहा कि इससे जोधपुर से जयपुर मार्ग पर बरसाती जल भराव से पैदा होती रहने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलेगी और आवागमन सुचारू रह सकेगा.
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