Rajasthan News: राजस्थान में एक बार फिर कोटा के बाद ब्यावर के जिला अस्पताल में चिकित्सा विभाग की लापरवाही से दो नवजात की मौत हुई है. यहां राजकीय अमृतकौर अस्पताल की स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट में भर्ती दो नवजात की झुलसने से मौत हो गई. टेम्परेचर हाई होने से यह हादसा हुआ है. 


वार्ड में भर्ती थे 20 नवजात
आपको बता दें कि हादसे के वक्त वार्ड में 20 नवजात भर्ती थे. इनमें से 18 को सुरक्षित बचा लिया गया है. एक वार्मर पर सो रहे दो बच्चों को बचाने में अस्पताल स्टाफ नाकाम रहा. बच्चों के मौत की घटना से अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई. परिजन चीख-पुकार करने लगे. हादसे के बाद एसडीएम राहुल जैन, एएसपी सुमित मेहरड़ा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर केके सोनी, प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर स्वाति शिंदे ने अस्पताल पहुंचकर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुरेंद्र सिंह चौहान से हादसे की जानकारी ली. एबीपी न्यूज़ से बातचीत में अस्पताल प्रभारी चौहान ने दो नवजात के मौत की पुष्टि की है.


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मृतकों में एक लड़का, एक लड़की
दोनों मृतकों में एक लड़का और एक लड़की थी. भक्तों का बाडिया सुरड़िया निवासी ओमप्रकाश भील की पुत्री का जन्म 11 दिन पहले 7 अप्रैल और रामपुरा खरवा निवासी सुरेंद्र भील के पुत्र का जन्म 4 दिन पहले 14 अप्रैल को हुआ था. सुरेंद्र का यह पहला बच्चा था. ओमप्रकाश के एक साल की बेटी है.


एक कर्मचारी के भरोसे थे 20 नवजात
ब्यावर के हादसे में चिकित्सा विभाग की गंभीर लापरवाही सामने आई है. यहां हादसे के वक्त वार्ड में सिर्फ एक जीएनएम अरूण सोलंकी की ड्यूटी थी. एक कर्मचारी के भरोसे 20 बच्चों को छोड़ने पर परिजनों और स्थानीय लोगों ने नाराजगी जाहिर की.


मामले की होगी जांच
सीएमएचओ डॉक्टर केके सोनी ने एबीपी न्यूज से बातचीत में घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि रात के वक्त अचानक लाइट चली गई थी. जनरेटर चालू हुआ उस दौरान वार्मर नंबर 11 का ऑटो सेंसर उड़ गया. जिससे वार्मर ओवरहीट हो गया. इस हादसे में दो नवजात की मौत हो गई. मामले की जांच करके कार्रवाई की जाएगी.




एक साल पहले इसी वार्ड में लगी थी आग
जिला अस्पताल के इस एसएनसीयू वार्ड में एक साल पहले आगजनी की घटना हुई थी. गत 13 मार्च, 2021 को हुए हादसे के वक्त वार्ड में 16 नवजात भर्ती थे. गनीमत यह रही थी कि भीषण आग के बीच सभी को सुरक्षित बचा लिया गया था. उस वक्त हादसा शॉर्ट सर्किट के कारण एसी में आग लगने से हुआ था.


16 दिन में तीसरी बार आई फोर्स
जिला अस्पताल में दो बच्चों की मौत के बाद तनाव बढ़ने की आशंका के चलते अजमेर से पुलिस फोर्स बुलाई गई है. ब्यावर में बीते 16 दिन के भीतर तीसरी बार पुलिस फोर्स आई है. पहले गत 3 अप्रैल को दो पक्षों में मारपीट के दौरान हुई हत्या के बाद तनाव बढ़ने पर फोर्स बुलाई गई थी. दूसरी बार 10 अप्रैल को फोर्स बुलाकर रामनवमी जुलूस के दौरान एहतियातन सुरक्षा लगाई थी.


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