Rajasthan: उदयपुर में गिरा निर्माणाधीन रिसॉर्ट की छत का मलबा, 7 टन भार के नीचे दबे 4 मजदूर
Udaipur News: राजस्थान के उदयपुर में एक निर्माणाधिन रिसॉर्ट के छत का 7 टन सीमेंट मलबा यहां काम कर रहे मजदूरों पर गिया. इस मलबे में चार मजदूर दब गए. हालाकिं इन्हें बाद में सुरक्षित निकाल लिया गया.
Rajasthan News: राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर (Udaipur) में रविवार को बड़ी घटना हो गई. यहां 4 मजदूर 7 टन सीमेंट के गिले मलबे में एक घंटे तक फसे रहे. इन मजदूरों पर 25 फिट ऊपर से सीमेंट का का मलबा गिरा. क्योंकि यहां एक निर्माणाधिन रिसॉर्ट में छत भराई का काम चल रहा था.
काम के दौरान ही एक लकड़ी की बल्ली खिसक कर अलग हो गई. इसके बाद सीमेंट का मलबा मजदूरों पर गिर गया. मौके पर 7 मजदूर थे. उन्होंने बचाव के लिए पुलिस से लेकर सिविल डिफेंस तक को फोन किया. बाद में टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया.
एक घंटे तक अटकी रही सीमेंट के मलबे में सांसे
दरअसल यह घटना उदयपुर शहर के पास के पुलिस गेस्ट हाउस की है. यहां सिख कॉलोनी के रहने वाले धर्मवीर सिंह के निर्माणाधीन रिसॉर्ट में छत भराई का काम चल रहा था. छत भराई हो भी गई थी. मजदूर उसके नीचे अन्य काम कर रहे थे. इनमें से चार मजदूर ठीक छत के नीचे खड़े हुए थे. अन्य मजदूरों ने बचाव दल को बताया कि अचानक छत को टिकाने के लिए बांस की जो बल्लियां लगाते हैं उसमें एक एक खिसक गई. छत को भरे आधा घंटा ही हुआ था. मटेरियल गिला था, तो पूरा नीचे गिर गया. इसमें चार मजदूर जो छत के नीचे थे. वो दब गए.
चारों मजदूरों को बचा लिया गया
मजदूरों ने बताया कि कोई दिखाई भी नहीं दे रहा था और उनकी आवाज भी नहीं आ रही थी. हमने तुरंत पुलिस, सिविल डिफेंस और फायर ब्रिगेड को फोन किया. मौके पर कुछ ही देर में सिविल डिफेंस के साथ फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंची. टीम ने पहले जो छत भराई का सामान गिरा था वह हमने हटाया. उसके बाद उन्होंने रेस्क्यू शुरू किया. हम तो उम्मीद छोड़ चुके थे. क्योंकि 1 घंटा हो चुका था. हमने टीमों को मजदूरों की लोकेशन बताई जो छत गिरने से पहले वहां खड़े थे. इसके बाद सिविल डिफेंस टीम ने जल्द ही मलबा हटाना शुरू किया. एक घंटे के बाद सभी चारों मजदूरों को एक-एक कर बाहर निकाल लिया गया.
उन्हें देख सभी के होश उड़ गए, क्योंकि चारों सीमेंट से लतपथ थे. वो ठीक से सास भी नहीं ले पा रहे थे. चुकीं रेस्क्यू के दौरान ही एम्बुलेंस आ चुकी थी. इसलिए उन्हें तुरंत हॉस्पिटल पहुंचाया गया और उनका इलाज शुरू किया. चारों अब सुरक्षित हैं.