RTH Bill Protest: राजस्थान में राइट टू हेल्थ बिल को लेकर बवाल मचा हुआ है. डेढ़ हफ्ते से निजी हॉस्पिटल के डॉक्टर हड़ताल पर हैं और अब रेजिडेंट डॉक्टर्स का भी समर्थन मिल गया है. डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों को दर-दर भटकना पड़ रहा है. अस्पताल में आए तीमारदार मरीजों को वापस ले जाने पर मजबूर हैं. ऐसे में एक डॉक्टर का वीडियो सामने आया है. मरीजों के लिए भगवान बने डॉक्टर सरकारी हॉस्पिटल में समय से एक घंटे पहले आ रहे हैं. परेशान मरीजों को दिलासा दे रहे हैं कि चिंता करने की जरूरत नहीं. मैं आपकी सेवा में दिनभर रहूंगा. उन्होंने हड़ताल से खुद को अलग रखा है.
'आपकी सेवा में दिनभर रहूंगा'
अशोक शर्मा उदयपुर में बड़गांव सामुदायिक केंद्र के प्रभारी हैं. आसपास के हॉस्पिटल बंद होने की वजह से बुधवार को सामुदायिक केंद्र में मरीजों की भीड़ आ गई थी. ऐसे में व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए डॉक्टर अशोक शर्मा ने माइक पकड़ा और निवेदन करते हुए कहा कि, हड़ताल है, आगत मत करो, सभी को देखूंगा. टाइम से एक घंटा पहले आ रहा हूं, दिनभर इलाज करूंगा. प्राइवेट अस्पताल बंद होने की वजह से लोड है. भर्ती मरीजों और ओपीडी में आनेवालों को अच्छे से देखेंगे. किसी बात की चिंता मत मारो तुम सब. इस समय जमकर काम करने का है. ऐसे टाइम में ही काम करने का मजा है. इसलिए सभी शांति बनाए रखें. पूरे स्टाफ को आपके लिए लगा रखा है.
वरिष्ठ डॉक्टर डबल ड्यूटी पर
उदयपुर के हॉस्पिटल में व्यवस्था बिगड़ने जैसे हालात नहीं हैं. इसके पीछे कारण है डॉक्टरों का डबल ड्यूटी करना. ऐसे में ओपीडी की कमान भी डॉक्टरों ने संभाली. दोहरा बोझ होने के बावजूद फिर भी सेवाएं दे रहे हैं. सीनियर डॉक्टरों ने आज 9-11 बजे तक हड़ताल का समर्थन देकर काम नहीं किया. सीनियर डॉक्टरों की हड़ताल के बावजूद मरीजों को परेशानी नहीं उठानी पड़ी. हालांकि प्राइवेट लैब बंद होने के कारण जांच होने में परेशानी आई.
RTH Bill Protest: राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में सड़क पर उतरे डॉक्टर, इलाज के लिए भटक रहे मरीज