Udaipur News: राजस्थान (Rajasthan) लगातार चिकित्सा क्षेत्र में आगे बढ़ता जा रहा है, लेकिन अभी भी एक ऐसी बड़ी समस्या है जिसका निराकरण नहीं हो पाया. ऐसी ही एक समस्या है ग्रामीण क्षेत्र में एंबुलेंस की सुविधा न होना. इस सुविधा के अभाव में कई मरीजों की अपने घर से अस्पताल तक पहुंचाते-पहुंचाते ही जान चली जाती है, लेकिन अब उदयपुर (Udaipur) में एम्बुलेंस के अभाव को दूर करने के लिए एक पहल शुरू की गई है.
ये पहल की गई है रोटरी क्लब मीरा की तरफ से. इन्होंने एक बाइक एंबुलेंस तैयार की है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहेगी और कॉल आते ही तुरंत मरीज के पास पहुंचेगी. बड़ी बात यह है कि यह एंबुलेंस व्यवस्था निशुल्क रहेगी. जो मरीज नजदीकी अस्पताल में पहुंचाएगी. रोटरी क्लब मीरा की अध्यक्ष संगीता मूंदड़ा ने बताया कि उदयपुर में ग्रामीण क्षेत्र काफी है. यही नहीं जनजातीय लोग पहाड़ों-मगरों में बसे हैं.
धार में बनवाई बाइक एंबुलेंस
उनके घरों में किसी मरीज जैसे गर्भवती महिला या अन्य बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को हॉस्पिटल तक पहुंचाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं हो पाती है. इसी कारण वो लोग कभी कपड़ों की झोली तो कभी खाट पर मरीज को ले जाते हैं. इसके चलते कई बार वक्त पर अस्पताल नहीं पहुंचने पर मरीजों की मोत हो जाती है. न्होंने बताया कि इसी कारण हमें ये आइडिया आया. हमने सोचा क्यों ना उन लोगों और यहां तक पहुंच बनाई जाए. इसके बाद हमने मध्य प्रदेश के धार में बाइक एंबुलेंस बनवाई.
उन्होंने बताया कि ये एंबुलेंस उनके घर के पास तक पहुंचेगी. इसके बाद ये बाइक एंबुलेंस उनके घरों के मरीजों को नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाएगी. संगीता मूंदड़ा ने बताया कि अभी शुरुआत में दो बाइक एंबुलेंस बनवाई है. एक बाइक एंबुलेंस उदयपुर जिले के गोगुन्दा और एक राजसमन्द जिले के कुम्भलगढ़ में तैनात की जाएगी. उन्होंने बताया कि हमने एक एनजीओ से बात की है, वो इसे संचालित करेंगे.
यह होंगी सुविधाएं
संगीता मूंदड़ा ने बताया कि हम हर तीन महीने में उनसे रिपोर्ट लेंगे. अगर इसकी रिपोर्ट अच्छी आई और ये बाइक एंबुलेंस लोगों के लिए सहयोगी साबित हुई, तो इसे आगे बढ़ाया जाएगा. उन्होंने बताया कि सुविधाओं की बात करें तो इस एम्बुलेंस में बाइक के पीछे ट्रॉली बनाई है, जिसमें बेड लगाकर कवर किया गया है. इसमें प्राथमिक इलाज के लिए दवाइयां भी रहेंगी. साथ ही इसमें ऑक्सीजन की सुविधा भी है. इसके अंदर पंखा भी है. उन्होंने कहा कि आगें जैसे-जैसे ये एम्बुलेंस चलेगी, वैसे-वैसे इसमें सुविधाएं बढ़ाते जाएंगे.