Udaipur Bird Park: लेक सिटी के नाम से मशहूर राजस्थान (Rajasthan) का उदयपुर (Udaipur) अब देशी-विदेशी परिंदों के लिए भी जानी-पहचानी जाएगी. शहर के गुलाब बाग (Gulab Bagh) में राजस्थान का पहला बर्ड पार्क (Bird Park) शुभारंभ के लिए तैयार हो चुका है और आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) के हाथों यह सौगात दी जाएगी. अब गुलाब बाग आने वाले सैलानी सघन हरीतिमा के मध्य कई प्रजातियों के रंग-बिरंगे परिंदों की चहचहाहट को नजदीक से देखने-सुनने का लुत्फ उठा सकेंगे.

 

बड़ी बात यह है कि प्रदेश के मौजूदा नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने 26 फरवरी 2016 को शिलान्यास किया था और अगस्त 2017 में इसका टेंडर हुआ, तब से वन विभाग की तरफ से इसका काम जल्द कराने और खोलने का कहते रहे, लेकिन 5 साल से ज्यादा निकल गए, अब जब सीएम अशोक गहलोत का दौरा होने वाला है तो जल्दबाजी में बनवाया गया है. बर्ड पार्क के प्रभारी और उप वन संरक्षक डॉ. अजीत ऊंचोई ने बताया कि इसमें पर्यटकों को एशियन, ऑस्ट्रेलियन, अफ्रीकन और अमेरिकन परिंदों के दीदार हो सकेंगे.

 

28 प्रजातियों के पक्षियों को रखा जाएगा

 

उन्होंने बताया कि बर्ड पार्क में कुल 28 प्रजातियों के पक्षियों को रखा जाएगा. इनमें मकाऊ, काकाटू, सन कोनुअर, सेनेगल पैरट, बैरा बैंड पैराकीट, रॉक पेब्लर, किम्सन बिग, पिंक कुर्क, सेनेगल फायर फिंच, रेड चिक्ड, कार्डन ब्लू, ब्लैक रम्पड वैक्सबिल, कैलिफोर्निया क्वेल, नर्दर्न बॉब व्हाइट, चाइनीज क्वेल, ग्रीन मुनिया आदि की अठखेलियां पर्यटक करीब से देख सकेंगे. इसी प्रकार रोज रिंग पैराकीट, एलम्जेडिया पेरट, प्लम हैडेड पैराकीट, मोर, बजरीघर, लव बर्ड, कोकाटेल, रोजी पेलिकन, कॉम्ब डक, ग्रे लेग गूज, अमेरिकन पकिन, सिल्वर फिजेंट और एमू शामिल हैं.

 

12 पिंजरों में दिखेंगे परिंदें

 

डॉ. अजीत ऊंचोई ने बताया कि बर्ड पार्क गुलाब बाग में 12 एक्जीबिट्स यानि पिंजरें बनाए गए हैं, जिनमें असोर्टेंट पैराकीट, एमू, ग्रीन मुनिया, लेसर पैसेराइन, ओस्टरीच, बार्न आउल, मकाऊ, काकाटू प्रजातियों के पक्षियों को रखा जा रहा है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम तक 5 पिंजरों में पक्षियों की शिफ्टिंग का कार्य पूर्ण कर लिया गया है. वहीं शेष पिंजरों में पक्षियों को सोमवार तक शिफ्ट कर लिया जाएगा.

 

दूसरे चरण में होंगे ये काम

 

डॉ. ऊंचोई ने बताया कि इसके अतिरिक्त एक होर्नबिल एनक्लोजर, 3 गैलीफोर्म एनक्लोजर, वल्चर एनक्लोजर, एक्वाटिक बर्ड एन्क्लोजर का कार्य बर्ड पार्क निर्माण के दूसरे चरण का बजट मिलते ही शुरू करवाएंगे. बर्ड पार्क में पर्यटकों की सुविधा के लिए किचन, हॉस्पिटल, विजिटर पाठ, टॉयलेट, वॉटर टेंक, मैग्नेट, टिकट काउंटर, लैंडस्केपिंग, सैनेजेज, नल फिटिंग आदि कार्य भी किये गए हैं.

 

11.49 करोड़ की लागत से बना है बर्ड पार्क

 

करीब साढ़े ग्यारह करोड़ रुपये की लागत वाले इस आकर्षक बर्ड पार्क का निर्माण पर्यटन विभाग, वन विभाग, नगर निगम और यूआईटी ने संयुक्त रूप से करवाया है. निर्माण कार्य आरएसआरडीसी लिमिटेड ने किया है. करीब 5.11 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले हुए गुलाब बाग के 3.85 हेक्टेयर में बर्ड पार्क का निर्माण किया गया है. इस पार्क के लिए पर्यटन विभाग ने 8 करोड़, नगर निगम ने 1.75 करोड़, यूआईटी ने 1.74 करोड़ रुपये दिए हैं.

 

1878 में हुई थी गुलाब बाग की स्थापना

 

आपको बता दें कि गुलाब बाग को शहर का ऑक्सीजन पॉकेट कहा जाता है. यहां पहले जंतुआलय था, जिसकी स्थापना सन् 1878 में तत्कालीन मेवाड़ शासक महाराणा सज्जन सिंह ने कराया था. यह भारत का छठा प्राचीन चिड़ियाघर था. इसे सज्जन निवास बाग के नाम से स्थापित किया गया था, जिसे आज गुलाब बाग के नाम से जाना जाता है. चिड़ियाघर के सभी वन्यजीवों को साल 2015 में तैयार किए गए सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में शिफ्ट कर दिया गया था.

 

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