Udaipur News: किसी की भी हत्या के बाद कानून कहता है कि आरोपियों को सजा मिले. लेकिन उदयपुर के ग्रामीण क्षेत्र की अलग ही प्रथा है. यहां आरोपी तो जेल चले जाते हैं, लेकिन आरोपी के परिवार को एक सजा काटनी पड़ती है. आरोपी के घर मे तोड़फोड़ होती है और फिर परिवार सदस्यों को गांव की सीमा में प्रवेश तक नहीं करने दिया जाता है.
बुधवार को सामने आया मामला
ऐसा ही एक मामला बुधवार को उदयपुर के सुदूर कोटड़ा थाने में सामने आया है. यहां होली पर एक युवक की हत्या हुई थी जिसमें पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था और चालान भी पेश कर दिया. इसके बाद बुधवार को आरोपी के परिवार के सदस्य थाने पहुंचे और मांग रखी कि हमें हमारे घर मे फिर से काबिज किया जाए. यह चौकाने वाली बात है लेकिन इस क्षेत्र में यह आम बात है, क्योंकि यह प्रथा कई दशकों से चली आ रही है. जानिए क्या है मामला प्रथा.
चढ़ोतरा और मौताणा कहते हैं ग्रामीण
उदयपुर के ग्रामीण क्षेत्र में यह प्रथा है जिसे चढ़ोतरा और मौताणा कहा जाता है. किसी व्यक्ति द्वारा अन्य व्यक्ति की हत्या कर दी जाती है तो पीड़ित पक्ष मौताणा यानी कुछ रुपए आरोपी पक्ष से मांगते हैं. साथ ही चढ़ोतरा होता है जिसमें पीड़ित पक्ष और उसके गांव वालों की तरफ से उसके घर परिवार पर चढ़ोतरा होता है. एक साथ बड़ी संख्या में लोग आरोपी के घर पहुंचते हैं और वहां तोड़फोड़ करते हैं. ऐसे मामले भी सामने आए जिसमें घरों में आग तक लगाई. हालांकि आरोपी घर वालो को पता रहता है कि चढ़ोतरा हो सकता है तो वह पहले ही घर से पूरा परिवार भाग जाता है. इस मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ.
जानिए क्या है पूरा मामला?
होली के दिन एक युवक की हत्या हो गई थी. आरोपी का पूरा परिवार घर से भाग गया, लेकिन बुधवार को कोटड़ा थाने पहुंचा. मामला लाम्बा हल्दू का है, जहां हल्दू बाई जो आरोपी परिवार से है, वह और उनके साथ अन्य परिवार सदस्य भी पहुंचे. कहा गया कि घर में तोड़फोड़ हो गई है और गांव में आने नहीं दिया जा रहा है. इसके बाद पुलिस को परिवाद दर्ज किया. यानी वह होली के बाद से ही बेघर हैं. कोटड़ा थानाधिकारी राम सिंह ने बताया कि हत्या में दो आरोपी थे जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है और चालान भी पेश कर दिया है. अब यह आरोपी का परिवार आया है जिसने तोड़फोड़ की रिपोर्ट दी है. दोनों पक्षों को आमने सामने बैठाया और बातचीत करवाई थी. समझाइश की जा रही है.