Sukhdev Gogamedi Murder News: राजस्थान में मंगलवार को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के घर में घुसकर गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी. हत्या के बाद पूरे राजस्थान में राजपूत समाज ने आक्रोश जताया और प्रदर्शन किया. उदयपुर में भी उग्र प्रदर्शन और पथराव हुआ. अब इस हत्याकांड को लेकर बड़ा इनपुट सामने आया है. इस मामले में उदयपुर का कनेक्शन होना पाया जा रहा है. फुटेज के आधार पर दो शूटर के नाम सामने आए हैं. इसमें से एक को उदयपुर पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी.


क्या है उदयपुर कनेक्शन


सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद लाइव सीसीटीवी फुटेज सामने आया. इसमें एक युवक जो ताबड़तोड़ फायरिंग करते देखा जा रहा है. उसमें से एक युवक को उदयपुर की जिला स्पेशल टीम द्वारा एक माह पहले ही गिरफ्तार किया गया था. यह भी बताया जा रहा है कि जैसे ही सीसीटीवी सामने आया तो उदयपुर की स्पेशल टीम के सदस्यों ने उसे पहचाना और एसपी भुवन भूषण यादव के जरिए उदयपुर की सूचना जयपुर पहुंचाई. उदयपुर में आरोपी रोहित सिंह सहित 5 युवकों को गिरफ्तार किया गया था.


क्या हुई थी कार्रवाई


दरअसल इस मामले में उदयपुर शहर के बड़गांव पुलिस थाना टीम ने आर्म एक्ट का मुकदमा दर्ज किया था. जिसमें रोहित श्रीमाली को गिरफ्तार किया था. मामले में आगे की जांच शहर के ही धानमंडी थानाधिकारी सुबोध जांगिड को दी थी. रोहित श्रीमाली की सूचना के आधार पर पुलिस ने यशपाल सिंह राठौड़ को एनएच 76 सुखेर के यहां पर अपने दो अन्य साथी मनोज सालवी और कैलाश प्रजापत को गिरफ्तार किया. उनसे पुलिस ने एक पिस्टल व तीन कारतूस और चाकू जब्त किया था.


यशपाल की सूचना पर पुलिस ने रोहित सिंह राठौड़ की तलाश की जो उदयपुर के ही नया खेड़ा में अपने एक अन्य साथी आकाश बंजारा के साथ मिला. इनकी तलाशी ली गई जिस दौरान रोहित के पास से पिस्टल मिली. इसके बाद मामले का खुलासा हुआ. दरअसल रोहित श्रीमाली को हेमन्त उर्फ सर्किट से रंजिशवश जान का खतरा था. इसी कारण उसने गमेर सिंह उर्फ जॉन से हथियार मंगवाया था और हेमन्त उर्फ सर्किट से बदला लेने के लिए यह हथियार यशपाल सिंह और रोहित सिंह को दिया गया था. 


यह भी पढ़ेंः 
Sukhdev Gogamedi Murder: जयपुर में दिखा बंद का असर! बाजारों में पसरा सन्नाटा, लोगों ने टायर जलाकर दिखाया आक्रोश