Udaipur Crime News: उदयपुर के परसाद थाना क्षेत्र में अजीबो गरीब मामला सामने आया है. पुलिस ने 20 बाद दफन किए बुजुर्ग का शव खोदकर निकलवाया. बुजुर्ग की मौत के बाद अंतिम संस्कार कर शव को दफना दिया गया था. परसाद थाना अधिकारी परमेश्वर पाटीदार, उपखंड अधिकारी श्रवण सिंह, तहसीलदार कीर्ति भारद्वाज और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में शव को मिट्टी खोदकर निकाला गया. बाहर निकलवाने के बाद शव को परसाद अस्पताल की मोर्चरी में पुलिस ने रखवा दिया. आज बुजुर्ग के शव का स्थानीय हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम किया जा रहा है. पोस्टमार्टम के बाद रिपोर्ट आने पर मामले का खुलासा होगा.
20 दिन बाद मिट्टी खोदकर निकाला गया शव
खरबर गांव में 7 दिसंबर को 68 वर्षीय नवलराम मीणा को परिजनों ने घर से गंभीर चोटिल अवस्था में हॉस्पिटल पहुंचाया. अस्पताल में एक माह तक इलाज चला. मौत के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार 10 जनवरी को कर दिया. मामले में नया मोड़ तब आया जब नवलराम मीणा की बेटी प्रमिला थाने पहुंची और रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस शव के दफनाए वाली जगह पर पहुंच गई. पुलिस के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे. गांववालों की मौजूदगी में गड्ढा खोदकर बुजुर्ग का शव बाहर निकाला गया. शव को हॉस्पिटल की मोर्चरी में भिजवाया.
बेटी ने पिता की हत्या की जताई थी आशंका
रिपोर्ट में बेटी प्रमिला ने पिता की हत्या की आशंका जताई थी. उसने हत्या का आरोप अपने ही भाई रामलाल पर लगाया था. बेटी ने बताया था कि घटना वाले दिन भाई रामलाल ने पिता के साथ मारपीट की थी. पिटाई के बाद पिता को खाट से नीचे गिराकर भाग गया था. हॉस्पिटल में एक माह तक इलाज चला. अस्पताल से छुट्टी होने के बाद 10 जनवरी को दम तोड़ दिया. घटना का कारण पिता का बहू पर गलत नजर रखना सामने आया है. पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है. बता दें कि इसी गांव में 9 जनवरी को तकरीबन एक माह पुराना रूपलाल मीणा का कंकाल निकाला गया था. पत्नी शारदा ने कुल्हाड़ी से मार कर पति के शव को खेत में गाड़ दिया था. जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने में दो नाबालिग बेटों ने भी मां का सहयोग किया था.