Rajasthan H3N2 Influenza Virus Cases: राजस्थान में इन दिनों रोजाना वायरल बीमारी के प्रकोप से सैकड़ों लोग ग्रसित हो रहे हैं. डॉक्टर इस वायरल बीमारी को एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस कह रहे हैं, क्योंकि दिल्ली सहति अन्य बड़े शहर में यह डिटेक्ट हुआ. बड़ी बात तो यह कि डॉक्टर खुद इस वायरल बीमारी से बचने के लिए कोरोना जैसे बचाव के उपाय करने की सलाह दे रहे हैं. उदयपुर संभाग का सबसे बड़े महाराणा भूपाल अस्पताल में ओपीडी मरीजों से फुल चल रही है. वहां घंटों कतार में लगने के बाद लोगों का नंबर आ रहा है. इनमें भी 70 फीसदी लोग सर्दी, खांसी, जुकाम, उल्टी, दस्त से पीड़ित नजर आ रहे हैं. 


सुबह-शाम अभी भी ठंड


महाराणा भूपाल अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर महेश दवे ने बताया कि मौसम में बदलाव के कारण इस वायरल बीमारी का प्रकोप बढ़ा है. यहां उल्टी, दस्त, खांसी, जुकाम के मरीज आ रहे हैं. यह भी सही है कि इन दिनों ओपीडी में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. डॉक्टर महेश दवे का कहना है कि अभी मौसम में बदलाव हुआ है. अभी दिन में गर्मी और सुबह और शाम को ठंड पड़ती है. ऐसे में लोग गर्मी के कपड़ों में ही सुबह-शाम निकलना शुरू कर देते हैं. इससे एक्सपोजर होता है और वायरल बीमारी की चपेट में आ जाते हैं. ज्यादातर मरीज इन्हीं से पीड़ित आ रहे हैं. 


कोरोना जैसे बचाव के उपचार जरूरी


डॉक्टर महेश दवे ने बताया कि कोरोना और इस वायरल में एक जैसे लक्षण हैं. सर्दी, खांसी, जुकाम के साथ-साथ गला खराब होना और फेफड़ों में संक्रमण होना इसके लक्षण हैं. उन्होंने कहा कि जिनकी स्थिति कोरोना जैसे दिखाई दे रही है, उनका कोरोना टेस्ट किया जा रहा है. हालांकि कोरोना के अभी बड़ी संख्या में केस नहीं आ रहे हैं. फिर भी बचाव के रूप में फूल आस्तीन की शर्ट पहनना, सुबह जल्दी बाहर नहीं निकलना, जुकाम है तो हाथ भी धोना और मास्क जरूर लगाएं, क्योंकि अगर कोरोना भी हुआ तो खुद और दूसरों का बचाव हो सके. उन्होंने कहा कि यह भी है कि हर साल इसी समय वायरल होता है जो अमूमन एक हफ्ते में खत्म हो जाता है, लेकिन इस वायरल बीमारी से ग्रसित मरीज को रिकवर होने में 3 हफ्ते लग रहे है. 


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