Rajasthan Elections 2023: राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में दंगल चल रहा है. ईडी की कार्यवाही पर एक ओर कांग्रेस हावी है तो वहीं बीजेपी ने कांग्रेस के पिछले 5 साल के कार्यकाल पर सवाल उठाए हैं. ऐसे में पार्टियों की ओर से प्रत्याशी की घोषणा के बाद उनके विरोध का दौर चल रहा है. मेवाड़ और वागड़ की 28 विधानसभा सीटों की बात करें तो बीजेपी ने अपने 22 तो कांग्रेस ने अपने 14 प्रत्याशी तय कर दिए हैं. खास बात यह है कि इसमें ज्यादातर जनजाति आरक्षित सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं, वहीं कुछ जनरल सीटों पर इंतजार तो कुछ पर विरोध चल रहा है.
10 सीटों पर अब तक आमने सामने मुकबला तय
राजस्थान विधानसभा चुनाव 25 नवंबर को होना है. ऐसे में चुनाव शुरू होने में सिर्फ 29 दिन रह गए हैं. वहीं मेवाड़ और वागड़ की 28 सीटों में से बीजेपी और कांग्रेस के बीच 10 विधानसभा सीटों ही मुकाबला तय हुआ है. यानी इन 10 सीट पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. इसमें सलूंबर, खेरवाड़ा, नाथद्वारा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, निंबाहेड़ा, घाटोल, कुशलगढ़, झाडोल और बागीदौरा है. यहां के प्रत्याशी चुनाव प्रचार में जुट भी चुके हैं और अपने क्षेत्रों में घूम रहे हैं.
जनरल सीटों पर विचार में जुटी दोनों पार्टियां
उदयपुर संभाग (मेवाड़ - वागड़) की 28 सीटों ने से 17 सीटें आरक्षित हैं, वहीं 11 सीटें जनरल है. इसमें से बीजेपी की बात करें तो उदयपुर की मावली, वल्लभनगर, राजसमंद की भीम और चित्तौड़गढ़ जिले की बेगू पर अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है. वहीं कांग्रेस ने जनरल सीट में राजसमंद, कुंभलगढ़, चित्तौड़गढ़, बेगू, बड़ीसादड़ी पर अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं. दोनो ही पार्टियों की जनरल सीट पर कश्मकश बनी हुई है. वहीं जिन सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए गए हैं, वहां विरोध तेज हो गया है.