(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Udaipur News: उदयपुर में पहली बार फतहसागर के पानी से पिछोला झील को भरने का प्लान, जानिए क्यों
शहर के बीच 13 फीट क्षमता वाली फतहसागर की झील का पानी उल्टा बहा. अब बहाव वाले पानी से पिछोला झील को भरा जाएगा. आज जल संसाधन विभाग ने फतहसागर-पिछोला लिंक नहर का गेट खोल दिया.
Udaipur News: झीलों की नगरी उदयपुर में इतिहास बन गया है. पहली बार फतहसागर के पानी से पिछोला झील को भरने का काम किया जा रहा है. शहर के बीच 13 फीट क्षमता वाली फतहसागर की झील का पानी उल्टा बहा. अब बहाव वाले पानी से पिछोला झील को भरा जाएगा. आज जल संसाधन विभाग ने फतहसागर-पिछोला लिंक नहर का गेट खोल दिया. गेट खुलने से तेज बहाव में पानी पिछोला झील की तरफ जा रहा है. खास बात है कि इसी पिछोला झील के पानी से उदयपुर शहर में हजारों लोगों की प्यास बुझती है. दरअसल, उदयपुर की सभी झीलें एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं.
फतहसागर के पानी से भरी जा रही पिछोला झील
सदियों से चला आ रहा है कि सीसारमा नदी से 11 फीट क्षमता वाली पिछोला झील भरने के बाद लिंक नहर को खोला जाता था. इससे फतह सागर झील भर जाती थी और ओवर फ्लो होकर शहर के बीच गुजर रही आयड़ नदी से उदयसागर झील में पानी चला जाता था. इस बार फतहसागर झील पूरी भर चुकी है. पानी को बर्बाद होने से बचाने के लिए पहली बार फतहसागर से पानी पिछोला में छोड़ा गया. अब दोनों के भरने के बाद फतहसागर का गेट खोलकर पानी को उदयसागर झील में मिलाया जाएगा.
इस बार पिछोला झील को भरनेवाले बांध हैं खाली
पिछोला और फतहसागर झील शहर के बीच में स्थित है. दोनों ही झील सबसे खूबसूरत हैं. शहर से करीब 15 किमी दूर मदार बांध ओवर फ्लो होने के बाद मदार नहर से आवक होती है तब जाकर फतहसागर झील भरती है. वहीं पिछोला झील आकोदड़ा बांध, देवास प्रथा बांध और मादड़ी बांध से भरते हैं. सीसारमा नदी से होते हुए पानी पिछोला में जाता है. इसलिए पिछोला जल्दी भर जाती है. इस बार पिछोला झील को भरने वाले बांध खाली पड़े हैं और पहाड़ों से सीसारमा नदी के जरिये आने वाला पानी का वेग भी कम है.