Rajasthan News: देशभर के सभी जिला कलेक्टर अपनी सरकारी लग्जरी कार से शहर में निकलते हैं, लेकिन राजस्थान के उदयपुर में जिला कलेक्टर ने कुछ अलग ही किया. बीते सोमवार जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ऊंट पर बैठकर शहर के दौरे पर निकले. इस दौरान वह अकेले नहीं थे, बल्कि उनके साथ कई लोग मौजूद थे. मौका था जनजाति गौरव दिवस का, जब कलेक्टर ऊंट पर सवार होकर शहर में निकले. देश में आदिवासी समाज की समृद्ध संस्कृति, विरासत, धरोहर और बिरसा मुंडा के द्वारा दिए गए राष्ट्र निर्माण में योगदान को याद करने के लिए पिछले साल से जनजाति गौरव दिवस शुरू हुआ.


निकाली गई भव्य शोभायात्रा
जनजाति गौरव दिवस का आगाज सोमवार को भव्य शोभायात्रा के साथ हुआ. जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, टीआरआई और लोक कला मंडल के साझे में उदयपुर शहर में शोभायात्रा निकाली गई. शोभायात्रा का प्रमुख आकर्षण का केन्द्र जिला कलक्टर ताराचंद मीणा रहे, जिन्होंने ऊंट पर सवार होकर शोभायात्रा की अगवानी की. कलेक्टर के इस अनोखे अंदाज को देखकर शहरवासियों ने उनके सहज व्यक्तित्व की सराहना की और इस झलक को अपने मोबाइल में कैद करते दिखाई दिए. कलक्टर ने कलाकारों का साथ देते हुए उन्हें शोभायात्रा में प्रोत्साहित किया. टीआरआई से लोककला मंडल तक निकली इस शोभायात्रा में लोक कलाकारों ने गाजे-बाजों के साथ भाग लिया. शहर में लोक कला और संस्कृति का परिचय देती जनजाति कलाकारों की आकर्षक प्रस्तुतियां भी हुई. 


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22 नवंबर तक चलेगा महोत्सव
राष्ट्र के स्वतंत्रता आंदोलन में विभिन्न जनजातियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में आंदोलन के समय गाए जाने वाले गीतों और भजनों के संरक्षण के उद्देश्य से 15 नवंबर को शाम 6 बजे से भारतीय लोक कला मंडल में जनजाति लोक गीत और भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा. इस कार्यक्रम में राजस्थान के विभिन्न जनजातियों के लगभग 250 कलाकार भाग लेंगे. जनजाति महोत्सव मनाने के पीछे का कारण भी यही है कि इनको याद किया जाए. इसके अलावा भी कई कार्यक्रम होंगे जिसमें संगोष्ठियां, स्कूलों में निबंध, लेखन सहित अन्य प्रतियोगिताएं होगी. यह महोत्सव 22 नवंबर तक चलेगा.