Udaipur Wax Museum: झीलों की नगरी उदयपुर में पर्यटन (Tourism) को बढ़ावा देने और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए प्रशासन की तरफ से खास तैयारियां की जा रही हैं. यहां पहले से राजा-महाराजाओं की कंक्रीट की मूर्तियां मौजूद हैं वहीं अब उन मूर्तियों को जीवंत रूप देने के लिए वैक्स म्यूजियम (Wax Museum) बनाया जा रहा है. इस म्यूजियम की खास बात यह है कि इसे शहर में नहीं बल्कि उदयपुर की सबसे ऊंची पहाड़ी पर मौजूद सज्जनगढ़ किले में स्थापित किया जाएगा. इस किले को मानसून पैलेस (Monsoon Palace) भी कहा जाता है. 


वैक्स म्यूजियम बनाने की जिम्मेदारी वन विभाग ने अपने कंधे पर ली है. इसके लिए विभाग ने टेंडर भी जारी कर दिया है. टैंडर की प्रक्रिया पूरी होते ही म्यूजियम बनाने का काम शुरू हो जाएगा. सीसीएफ रामकरण खेरवा ने बताया कि सज्जनगढ़ किले को देखने के लिए कई पर्यटक आते हैं. अभी यहां किले के अलावा पर्यटकों को सन सेट और ऊंची पहाड़ियों के दीदार होते हैं लेकिन पर्यटकों का यह ठहराव और बढ़े, साथ ही मेवाड़ के इतिहास से वे ज्यादा रूबरू हो पाएं इसके लिए वहां मेवाड़ के इतिहास पर वैक्स म्यूजियम की शुरुआत की जा रही है.


इतिहासकारों के सुझाव पर बनेगा म्यूजियम
रामकरण खेरवा ने बताया कि इस किले में जनाना महल है जिसकी जगह खाली पड़ी हुई थी. म्यूजियम को यहीं बनाया जाएगा. इसका उद्देश्य इतिहास को और करीब से जानना है. इसकी हर स्तर से अनुमति मिल गई है. यहां मेवाड़ के इतिहास से जुड़े महान व्यक्तित्व की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी. अभी स्थानीय इतिहासकार सहित अन्य जानकारों की भी राय ली जा रही है. 


सज्जनगढ़ किले की यह है खासियत
सज्जनगढ़ किले के नीचे चिड़िया घर मौजूद है जो विशाल भूखंड पर बना बना हुआ है. सज्जनगढ़ में एक अभ्यारण्य है, यह एक मात्र अभयारण्य है जो शहर के बिल्कुल करीब है. यहां वाइल्ड लाइफ सफारी की भी शुरुआत करने की पहल की जा रही है. अब इस किले में महाराणा उदयसिंह और महाराणा प्रताप समेत अन्य महाराजाओं की प्रतिमाएं लगाई जाएगी.


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