Udaipur News: राजस्थान में वर्तमान राजनीति (Politics) की बात करें तो सभी जानते हैं कि चुनाव से पहले भारी फंडिंग होती है और पैसा बहाया जाता है. लेकिन, 70 के दशक की बात करें तो पार्टियां फंड के लिए तरसती थीं. ऐसा ही एक किस्सा हुआ था जनसंघ जो अब बीजेपी (BJP) है के नेता के साथ. उन्हें मात्र 30 हजार रुपए के लिए पूरे राजस्थान (Rajasthan) का दौरा करना पड़ा था.


सुप्रीम कोर्ट में करनी थी अपील
मात्र 30 हजार रुपए एकत्र करने के लिए पार्टी के नेता को पूरे राजस्थान का दौरा करना पड़ा. वह नेता हैं जनसंघ जो अब भाजपा है के वरिष्ठ नेता और जनसंघ के संस्थापक सदस्य पूर्व सांसद भानु कुमार शास्त्री. उन्हें चुनाव अनियमितता मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपील करने के लिए 30 हजार रुपए की जरूरत थी, जिसे इकट्ठा करने के लिए भानु कुमार शास्त्री जो उदयपुर से सांसद थे, वह पूरे राजस्थान घूमे थे. आइए, जानते हैं क्या है किस्सा.


तत्कालीन सीएम से ली थी चुनावी टक्कर
बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रकोष्ठ के पूर्व सदस्य विजय प्रकाश विप्लवी (जो स्वयं दीर्घ अवधि तक भानु कुमार शास्त्री के सहयोगी रहे) ने यह संस्मरण साझा किया है. उन्होंने बताया कि वर्ष 1967 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में उदयपुर सीट पर तत्कालीन मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाडिया का मुकाबला जनसंघ के नेता भानु कुमार शास्त्री से हुआ. मोहनलाल सुखाडिया जी कडी टक्कर में लगभग एक हजार वोट से चुनाव जीत गए.


शासन के प्रभाव से चुनाव से दो तीन दिन पूर्व बिना टेंडर के शहर के शक्तिनगर का नाला बनवाने सहित अन्य चुनावी अनियमितता के खिलाफ भानु कुमार शास्त्री ने राजस्थान उच्च न्यायालय में चुनाव याचिका दायर की.


हाईकोर्ट ने मोहनलाल सुखाड़िया की निंदा की 
हाईकोर्ट ने चुनाव में गलत आचरण के लिए मोहनलाल सुखाड़िया पर टिप्पणी करते हुए इसकी निंदा की, लेकिन चुनाव खारिज नहीं किया. शास्त्री की ओर से पैरवी वरिष्ठ अधिवक्ता राधाकृष्ण रस्तोगी (जयपुर) ने की थी, जो बाद में संघ में राजस्थान क्षेत्र के संघचालक भी रहे. उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील करने के लिये उस समय 30 हजार रुपयों की आवश्यकता थी. उस समय यह राशि कम नहीं थी. 


पार्टी की बैठक में बनी योजना
रुपए जमा करने के लिए पार्टी में योजना बनी कि हाईकोर्ट के फैसले की पुस्तिका छपवाकर पूरे प्रदेश का दौराकर सभाएं कर जनजागरण करें और यह पुस्तिका एक रुपये में बेचकर यह राशि एकत्र करनी चाहिये. योजना कारगर रही. पूरे प्रदेश में शास्त्री ने दौरा करके सभाएं भी कीं और राशि भी एकत्र हुई. इस अभियान में उदयपुर से जनसंघ के वरिष्ठ नेता पूरण अग्रवाल शास्त्री भी साथ रहे.


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