Udaipur News: राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर (Udaipur) जिले में बुधवार को स्कूल की छात्राओं ने बड़ा आंदोलन शुरू कर दिया. जिसके बाद छात्राओं ने स्कूल में तालाबंदी भी की और शिक्षकों को भी अंदर प्रवेश नहीं करने दिया. इसके पीछे वजह ये है कि यहां के एक शिक्षक का किसी दूसरे स्कूल में ट्रांसफर कर दिया गया. भले ही ट्रांसफर एक सरकारी प्रक्रिया है लेकिन पूरे स्कूल की छात्राएं इसके विरोध में उतर गई. विरोध के तेवर ऐसे थे कि मौके पर पुलिस को बुलानी पड़ गई. फिर छात्राएं ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.


कलेक्ट्रेट तक पैदल पहुंची छात्राएं


मामला शहर से करीब 8 किलोमीटर दूर नाई कस्बे में स्थित राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय का है. यहां संस्कृत शिक्षक पप्पू कलाल थे जिनका जिले की अन्य तहसील गोगुन्दा में स्थानांतरण कर दिया गया. जैसे ही इसकी खबर गांव के लोगों और छात्राओं को लगी तो सुबह छात्राएं और गांव के लोग स्कूल के बाहर इकट्ठा हुए. छात्राओं ने स्कूल में तालाबंदी कर दी. फिर स्कूल में कार्यरत अन्य शिक्षक स्कूल में पहुंचे तो उन्हें भी अंदर प्रवेश नहीं करने दिया. छात्रा स्कूल के बाहर ही धरना देकर बैठ गई और नारेबाजी करने लग गई. बड़ी बात तो ये है कि विरोध इतना तेज था कि छात्राओं ने पैदल मार्च निकाला. गांव से ही छात्राएं पैदल चलकर शहर स्थित कलेक्ट्रेट पहुंची और वहां जिला कलेक्टर को ट्रांसफर रुकवाने की मांग पर ज्ञापन दिया.


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दसवीं का रहा 97% परिणाम, लेते हैं एक्स्ट्रा क्लास


ग्रामीणों ने बताया कि संस्कृत शिक्षक पप्पू कलाल जब से स्कूल में आए हैं शिक्षा का स्तर काफी अच्छा हुआ है. बड़ी बात तो ये है कि दसवीं का 97 प्रतिशत परिणाम रहा और वो बच्चों की एक्स्ट्रा क्लासेस भी लेते हैं. कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान भी देते हैं. यही नहीं गांव के आसपास दो अन्य स्कूल है जहां पर संस्कृत के शिक्षक नहीं है वहां भी वो क्लास लेने के लिए जाते हैं. हाल ही 15 अगस्त को गांव के सभी लोगों ने शिक्षक पप्पू का लाल का सम्मान भी किया था. ऐसे शिक्षक का यहां से ट्रांसफर कर देना बच्चों के शिक्षा के स्तर पर प्रभाव डालेगा.


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