Udaipur News: राजस्थान के उदयपुर जिले में पिछले हफ्ते हिन्दू धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले लगातार दो मामले सामने आए थे. पहला तो गोगुन्दा तहसील में भगवान परशुराम की प्रतिमा तोड़ने का था और दूसरा इसके कुछ दिन बाद ही राजसमन्द में भगवान हनुमान की मूर्ति तोड़ने का मामला था.
अब राजसमन्द पुलिस ने बजरंगबली की मूर्ति तोड़ने के मामले में खुलासा किया है और एक आरोपी को भी गिरफ्त में लिया है. हालांकि उदयपुर में भगवान परशुराम जी की मूर्ति तोड़ने के मामले में अभी पुलिस को सफलता नहीं मिल सकी है.
मूर्ति तोड़ने के पीछे यह निकला चौंकाने वाला कारण
यह मामला राजसमन्द जिले के कांकरोली थाना क्षेत्र के कोयड गांव में हुआ था, जहां रेलवे ट्रैक के पास स्थित हनुमान जी का मंदिर है. कांकरोली थानाधिकारी डीपी दाधीच ने बताया कि घटना के बाद जांच और आरोपियों की तलाश के लिए 4 टीमें बनाई गई थीं. टीम ने क्षेत्र में लगे सीसीटीवी फुटेज देखे और लोगों से पूछताछ की. मुखबिर की जानकारी पर मंदिर का इतिहास निकाला.
मंदिर का इतिहास सामने आते ही चौंकाने वाली बात सामने आई. पुजारी रमेश के पिता नानालाल की जमीन मंदिर के पीछे आ रही है. शंका के आधार पर नानालाल को पूछताछ के लिए बुलाया. पूछताछ में उसने मूर्ति तोड़ना स्वीकार किया.
पुजारी के पिता ने तोड़ी भगवान की प्रतिमा
उसने इसके पीछे का कारण बताया कि मंदिर के पीछे उसकी 2 बीघा जमीन है. मंदिर निर्माण हो जाने के बाद उसके दाम गिर जाते. पहले ही कोई खरीदार नहीं आ रहा है और मंदिर बन जाता तो जमीन की वैल्यू कम हो जाती. इसी कारण शराब पीने के बाद वह सुबह मंदिर गया और पत्थर से मूर्ति को तोड़ दिया. पुलिस ने आरोपी को धार्मिक भावना भड़काने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है.
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