Udaipur Crime: उदयपुर की गोगुन्दा तहसील में हुए युवक-युवती के वीभत्स हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. यह खुलासा किसी आम हत्याकांड जैसा नहीं है. जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, वह चौंकाने वाले हैं. इन्वेस्टिगेशन में मामला तंत्र-मंत्र से जुड़ा पाया गया. पता चला है कि तांत्रिक ने जिस तरीके से दोनों की हत्या की है, वह सोचकर शायद आपकी रूह कांप जाए. हत्या के लिए चाकू का तो इस्तेमाल तो किया ही गया है, साथ ही तांत्रिक ने फेवीक्विक का भी प्रयोग किया था. 


पुलिस ने 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की और कई सीसीटीवी फुटेज खंगाले, तब जाकर आरोपी तांत्रिक की पोल खुली. फिलहाल, पुलिस ने 52 वर्षीय आरोपी भालेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुटी है. 


यह हुई थी घटना
जानकारी के मुताबिक, मृतक राहुल मीणा एक टीचर था. 18 नवंबर को राहुल के पिता चतर सिंह ने रिपोर्ट दी थी कि 15 नवंबर की शाम को राहुल बाइक से निकला था और घर वापस नहीं आया. 18 तारीख को बहू ने उसे फोन किया तो उसका मोबाइल गोगुन्दा थाने पर मिला. पुलिसकर्मियों ने एक शव मिलने की सूचना दी. घरवाले गोगुन्दा हॉस्पिटल मोर्चरी पहुंचे, तो वहां राहुल का शव देखा. वहीं, मृतक युवती के परिवार के सदस्य भी थे. बताया गया कि दोनों के शव शव जंगल में नग्न अवस्था में मिले और बॉडी पर कई वार के निशान थे.


करीब 200 लोगों से की गई पूछताछ
पुलिस ने जांच शुरू की तो युवक के मोबाइल से उसकी शिनाख्त हुई. दोनों युवक-युवती के पीहर और ससुराल पक्ष से पूछताछ की. करीब 50 जगहों के सीसीटीवी फुटेज और 200 से ज्यादा लोगों से सवाल किए गए. तकनीकी साक्ष्यों की सहायता से दोहरे हत्याकांड के आरोपी इच्छापूर्ण शेष नाग बावजी मंदिर, भादवी गुडा के पुजारी भालेश कुमार तक पहुंचे और उसे गिरफ्तार किया.


हत्याकांड के पीछे की वजह
पुलिस पूछताछ में आरोपी तांत्रिक ने बताया कि वह बीते 7-8 साल से लोगों के कष्ट दूर करने के लिए उन्हें ताबीज और मणको की मालाएं देता है. मृतका सोनू कुंवर के परिवारजन भी पारिवारिक समस्याओं के चलते उसके संपर्क में आए. उन्होंने बताया कि मृतका की वैवाहिक जिंदगी 4-5 साल से अस्त-व्यस्त चल रही थी. घरवाले उसके लिए ताबीज लेने आए थे. दूसरी ओर मृतक राहुल मीणा के परिजन भी तांत्रिक को पहले से जानते थे और हर रविवार मंदिर में दर्शन के लिए आते थे. 


तांत्रिक ने पुलिस के बताया कि मृतका सोनू और मृतक राहुल की मुलाकात इसी मंदिर में हुई, जिसके बाद राहुल और उसकी पत्नी में झगड़े बढ़ गए. राहुल के परिवार वालों ने तांत्रिक से इस समस्या का उपाय निकालने के लिए कहा. इसके बाद आरोपी ने राहुल की हरकतों का पता लगाया और उसे यह सब छोड़ने के लिये कहा. साथ ही उसके घरवालों को भी दोनों के संबंध के बारे में बता दिया. 


तांत्रिक का कहना है कि इस बात से दोनों नाराज हो गए और 5-6 महीने से उसे बदनाम करने की कोशिश करने लगे. इतना ही नहीं, वह तांत्रिक को छोड़ने की बात भी करने लगे. तांत्रिक को यह बात पसंद नहीं आई कि उसके भक्तों में उसका नाम और पहचान खराब हो रही है. इस डर से उसने दोनों को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया और दोनों का मर्डर कर दिया. 


ऐसे किया वीभत्स हत्याकांड
युवक-युवती की हत्या के लिए तांत्रिक ने आस-पास की दुकानों से करीब 50 फेवीक्वीक अपने मंदिर में इकट्ठी कर लीं. क्योंकि वह ताबीज बनाने के लिए फेवीक्विक का इस्तेमाल करता था, इसलिए किसी को शक भी नहीं हुआ. 15 नवंबर को मृतक को सुखाडिया सर्कल से लड़की से आखिरी बार मिलवाने का कहकर उसने मृतक राहुल को तैयार किया कि वह फिर यह काम कभी नहीं करेगा. इसके बाद बाइक पर बैठाकर जंगल की तरफ ले गया. घटनास्थल पर दोनों ने आखिरी बार संबंध बनाने की गुजारिश की, जिसपर आरोपी थोड़ा साइड हो गया. 


बताया गया कि जब वह संबंध बना रहे थे, तो उसने फेवीक्विक की बोतल उनपर डाल दी और फिर चाकू और पत्थरों से वार कर दोनों को मौत के घाट उतार दिया.


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