Rajatshan News: राजधानी को जोड़ने के लिए राजस्थान में तीसरे नंबर पर शुरू हुई उदयपुर-जयपुर वंदे भारत ट्रेन का आज बड़ा हादसा होने से बचा. यहां उदयपुर से निकलने के बाद चित्तौड़गढ़ जिले में गंगरार स्टेशन से आगे चलते ही ट्रैक पर किसी के द्वारा बड़े पत्थर बिछाए दिए. ड्राइवर की सूझबूझ रही कि उसने समय रहते ही ब्रेक लगा दिए, जिससे हादसा टल गया. अब मामले की पूरी जांच रेलवे पुलिस फोर्स चित्तौड़गढ़ द्वारा की जा रही है.
दरअसल उदयपुर-जयपुर वंदे भारत ट्रेन हाल ही 24 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरी झंडी देकर रवाना की गई थी. इसके साथ में देश की 9 वंदे भारत ट्रेन को जल्दी दी गई थी. वंदे भारत ट्रेन मंगलवार को छोड़कर पूरे सप्ताह में सुबह अपने तय समय पर निकलती और दोपहर तक जयपुर पहुंच रही है. इसी बीच आज यह हादसा होते टला.
20 मीटर के दायरे 3-4 जगह ट्रैक पर बिछा रखे थे पत्थर
दरअसल वंदे भारत ट्रेन उदयपुर से सुबह निकाली और चित्तौड़गढ़ पहुंची चित्तौड़गढ़ जिले में पहुंची. चित्तौड़गढ़ जिले के गंगरार स्टेशन के आगे पहुंची और सोनियाना स्टेशन से पहले ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगाए. सभी संकोच पद गए कि बिना स्टेशन के वंदे भारत क्यों रुकी. फिर ड्राइवर और स्टाफ उतरे. क्योंकि वन्दे भारत ट्रेन के ड्राइवर को पहले से ही ट्रैक पर बिछाए गए पत्थर दिखाई दे गए थे. उतरने के बाद देखा तो 20 मीटर के दायरे में 3-4 जगह पत्थर बिछाए हुए थे. यहीं नहीं पटरियों को जोड़ने के लिए लगने वाली कील भी ट्रैक भी रखी गई थी. कर्मचारियों ने पत्थर को हटाया. इससे साफ अंदाजा लगाया गया की वंदे भारत को पटरी से उतारने की कोशिश की गई.
9.55 बजे पता चला पत्थर का, कुछ ही देर में शुरू होने वाली थी पीएम मोदी की सभा
षडयंत्र सामने आने के बाद चर्चाएं भी होने लगी है और चर्चाओं में इसे सांवलिया जी में हुई पीएम नरेंद्र मोदी की सभा से भी जोड़कर देख रहे हैं. क्योंकि जहां पत्थर बिछाए गए थे उस जगह सुबह 9.55 बजे पहुंची. इसके कुछ ही समय बाद सांवलिया जी में पीएम मोदी की सभा शुरू होने वाली थी. मामले को देखते हुए रेलवे पुलिस फोर्स चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा, दोनो मिलकर मामले की जांच ने जुटी हुई है. इधर रेलवे अधिकारियों का कहना है कि मामले को लेकर रेलवे पुलिस जांच कर रही है.
रेलवे की परामर्श दात्री समिति अजमेर रेलवे मंडल के सदस्य जयेश चंपावत का कहना है कि अपराधिक तत्वों द्वारा षडयंत्र करते हुए यह किया है. इसमें अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. लोगों के लिए यह एक बहुत अच्छी सुविधायुक्त ट्रेन चली है. लेकिन कुछ लोग ऐसे कृत्य कर रहे हैं.