Kanhaiya Lal Murder: झीलों की नगरी उदयपुर में 28 जून 2022 के वह दिन जिसने पूरे देश को हिला दिया था. क्योंकि यहां नृशंस हत्याकांड हुआ था. आतंकी हमले में गला काट कन्हैयालाल टेलर की हत्या कर दी गई थी. मामले में नेशनक इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने जांच की और हालही चार्जशीट पेश की है जिसमें 11 लोगों को आरोपी माना है. बड़ी बात यह है कि इसमें पाकिस्तान का कनेक्शन भी निकला है.
11 आरोपियों में से 2 आरोपी कराची पाकिस्तान के हैं. अब सवाल उठता है कि हत्या के पहले आतंकियों ने कैसे साजिश रची, 16 दिन तक कन्हैयालाल किस प्रकार से आतंक के साए ने रहा इसका खुलासा एनआईए ने अपनी चार्जशीट में बताया है. जानते है कहा से शुरू हुए इस हत्याकांड की कहानी और कैसे आतंकी घटना तक पहुंची.
सूत्रों के अनुसार एनआईए ने अपनी जांच में यह पाया और चार्जशीट में लिखा है कि बीजेपी प्रवक्ता रही नूपुर शर्मा का एक विवादित बयान उन दिनों देशभर में बवाल मचाया हुआ था. इसी बयान का समर्थन करते हुए कन्हैयालाल ने जून के दूसरे सप्ताह की शुरुआत में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया.
नाजिम ने की कन्हैया लाल की शिकायत
अगले ही दिन कन्हैयालाल की दुकान पर दो युवक पहुंचे और इस पोस्ट को डिलीट करवाया. फिर 11 जून को शहर के धानमंडी थाने में कन्हैयालाल के खिलाफ परिवाद दिया गया. परिवाद देना वाला युवक नाजिम नाम का था. कन्हैयालाल को पुलिस थाने ले गई और बाद में समझौता हो गया.
इस दिन के बाद से कन्हैयालाल ने अपनी मालदास स्थित टेलरिंग की दुकान को 14 जून तक बंद रखी और फिर 15 जून को खोली और सीसीटीवी लगाए. यही नहीं जिस व्यक्ति ने कन्हैयालाल के खिलाफ परिवाद दिया था, कन्हैयालाल ने उसी के खिलाफ अपनी जान को खतरा बताते हुए थाने में परिवाद दिया. हालांकि बाद में समझौता हो गया.
पोस्ट को लेकर हुई बहस
अगले ही दिन एक व्यक्ति फिर कन्हैयालाल की दुकान पर पहुंचा और पोस्ट को लेकर दोनों में बहस हुई. इन दोनों के बीच की बहस रियाज अत्तारी ने सुन ली. यह पहला मौका था जब कन्हैयालाल रियाज के सामने आया.
कन्हैयालाल के पड़ोसी सहित अन्य से रियाज मिला और उसकी हत्या की साजिश रची, क्योंकि कन्हैयालाल के पड़ोसी ने ही रियाज को बताया था कि इसी ने पोस्ट की थी. रियाज ने जवाब दिया था कि उदयपुर में सिर कलम करने की ताकत किसी की नहीं. फिर रियाज ने कहा कि वह कन्हैयालाल का गला काटेगा.
चाय की दुकान पर की हत्या की प्लानिंग
आरोपी मोहसिन, आसिफ और रियाज चाय की दुकान पर गए और हत्या की प्लानिंग की. फिर उनसे गौस मोहम्मद मिला और रियाज ने उसे भी कन्हैयालाल और पोस्ट के बार मे बताया. फिर एक वर्कशॉप से छुरा लिया और उसकी धार तेज करवाई.
पड़ोसी जावेद ने दी सारी जानकारी
कन्हैयालाल के पड़ोसी जावेद ने ही रियाज को सारी इन्फॉर्मेशन दी. 28 जून से पहले सब कुछ तय हो गया था कैसे मारना है और अजमेर के लिए निकलना है. जावेद ने सुबह करीब 12 बजे कॉल करके रियाज को बुलाया. गौस और रियाज दोनों पहुंचे. फिर कुर्ता सिलाने के बहाने कन्हैयालाल की दुकान में गए और हत्या कर दी. यही नहीं हत्या का लाइव वीडियो भी बनाया और फिर कबूलनामें का भी वीडियो बनाया. इस साजिश में अलग-अलग आरोपियों ने अलग-अलग तरीके से साथ दिया.
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