Udaipur News: उदयपुर संभाग के सबसे बड़े महाराणा भूपाल चिकित्सालय में गुरुवार दोपहर को एक साथ दो चीजें देखने को मिलीं. एक तो परेशानियों से जूझते बेटे का अपनी मां के लिए प्यार और दूसरा हॉस्पिटल प्रबंधन की लापरवाही. दरअसल चित्तौड़गढ़ जिले से बीमार मां का उपचार कराने के लिए पहले तो बेटा सब्जी के कैरेट में मां को हॉस्पिटल लेकर आया और फिर कर्मचारी नहीं होने पर खुद ही व्हील चेयर से मां को डॉक्टर के पास लेकर गया. वहां उपस्थित उदयपुर के ही एक युवक ने इस  पूरे घटनाक्कोरम को अपने कैमरे में कैद कर लिया. युवक को तलाशने की कोशिश भी की गई लेकिन वह हॉस्पिटल से निकल चुका था.


ऑटो के नहीं थे पैसे तो मां को सब्जी के कैरेट में लेकर हॉस्पिटल


लोगों ने युवक से आपबीती पूछी तो उसने बताया कि वह चित्तौड़गढ़ से बस में आया. ऑटो के पैसे नहीं होने के कारण बस स्टैंड से मां को सब्जी के कैरेट में हॉस्पिटल लेकर आया. यहां पहुंच कर व्हील चेयर की मांग की तो व्हील चेयर तो मिल गई लेकिन उसे चलाने वाला कोई कर्मचारी नहीं आया. ऐसे में युवक खुद अपनी मां को व्हील चेयर पर बिठाकर अंदर ले गया. युवक ने बताया कि उसकी मां को कुछ दिनों से बुखार है.


लोगों ने बताया कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को हॉस्पिटल में मरीजों को संभालने के लिए रखा गया है लेकिन मदद को कोई आगे नहीं आते हैं. इस युवक की मदद के लिए भी ओपीडी प्रभारी को सूचना दी गई तब जाकर बाद में मदद को कर्मचारी आगे आए. ऐसे मामले पहले भी हो चुके हैं. लोगों की मानें तो हॉस्पिटल में ऐसे हालात होना सामान्य है. यहां पर तीमारदार ही अपने परिजनों को स्ट्रेचर और व्हील चेयर पर लेकर जाते हैं. कर्मचारी मदद को आगे नहीं आते हैं.


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