Rajasthan: चक्रवात का असर, मेवाड़ को मारवाड़ से जोड़ने वाले रास्ते पर पहाड़ों से गिरा मलबा, यातायात प्रभावित
Udaipur: मेवाड़-मारवाड़ को जोड़ने वाला रास्ते पर पत्थर गिरने से ये रास्ता चाार-पांच दिनों से ये रास्ता रुक गया है. ये रास्ता बड़ा महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये उदयपुर और जोधपुर को जोड़ने वाला मार्ग है.
Udaipur News: बिपरजॉय (Biparjoy) का कहर गुजरात (Gujarat) के साथ राजस्थान (Rajasthan) में भी खूब बरपा. उदयपुर (Udaipur) संभाग की बात करें तो बिपरजॉय ने यहां शहर और राजसमन्द (Rajsamand) से पाली (Pali) तक काफी तबाही मचाई. इसमें किसानों सहित ग्रामीण क्षेत्रों में नुकसान पहुंचा. इतना ही नहीं मेवाड़-मारवाड़ को जोड़ने वाला रास्ता ब्लॉक हो गया है.
पहाड़ से पत्थर गिरने से उसका मलबा मुख्य मार्ग पर गिर गया है. इसके चलते पिछले चाार-पांच दिनों से ये रास्ता रुक गया है. इसे फिर से सुचारू करने के लिए संस्थाओं ने ज्ञापन भी दिए हैं. ये रास्ता बड़ा महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये उदयपुर और जोधपुर को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है. पर्यटक या फिर मालवाहन उदयपुर से जोधपुर इसी रास्ते से आते जाते हैं. राजसमन्द जिले के चारभुजा-देसूरी के बीच में चट्टानें गिरने से सुरक्षा दीवार ढह गई. इसके बाद प्रसाशन ने बेरिकेट्स लगाकर रास्ते हो रोक दिया.
रास्ता किया गया बंद
दरअसल, लोग उदयपुर से राजसमन्द जिले के चारभुजा, देसूरी होते हुए पाली, जोधपुर यानी मारवाड़ जाते हैं. वहीं राजस्थान स्टेट रोड डवलपमेंट कॉपोरेशन के एईएन गणपत सिंह ने मीडिया को बताया कि देसूरी की नाल में कई जगह मिट्टी खिसक गई है, जिससे रास्ता बंद किया गया है.उन्होंने कहा कि मिट्टी गीली होने के कारण फिर से ऐसी स्थिति बन सकती है. इसका निर्माण शुक्रवार से शुरू हो जाएगा. इसके बाद फिर यातायात खोल दिया जाएगा.
अभी तय करना पड़ रहा है लंबा रास्ता
गौरतलब है कि जोधपुर से आने वाले पर्यटक भी इसी रास्ते का चयन करते हैं. पर्यटक इस रास्ते से इसलिए आते हैं, ताकि वो पर्यटन स्थल रणकपुर सहित अन्य जगहों पर जा सकें. अभी पर्यटकों के साथ- साथ स्थानिय लोगों को सिरोही पिंडवाड़ा होते हुए उदयपुर आना पड़ रहा है. इसके चलते लोगों को काफी लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है. वहीं देसूरी की नाल नवनिर्माण संघर्ष समिति ने कलेक्टर नीलाभ सक्सेना को ज्ञापन भी दिया है और जल्द से यातायात चलाने सहित अन्य मांगे रखी हैं.