Udaipu News: आप किसी भी सरकारी या निजी दफ्तर या अन्य कही जाते हैं तो दफ्तर के अंदर पहुंचने के लिए सीढ़ियों का उपयोग करना पड़ता है. इन सभी जगह एक ऐसी व्यवस्था करने की जरूरत है जहां हर कोई उस सुविधा का लाभ उठा सके. वह है रैंप. शायद एक मात्र हॉस्पिटल ही ऐसी जगह है जहां सीढ़ियों के साथ रैंप होती है क्योंकि मरीजों को अंदर जाने में आसानी हो सके.


यह जरूरत हर दफ्तर, भवन, बिल्डिंग में हो.  इसी मांग और जागरूकता के लिए बिहार के रहने वाले मोहम्मद हसन इमाम पूरे देश की यात्रा पर निकले हैं. कन्याकुमारी से उन्होंने यात्रा शुरू की है जो कश्मीर तक होगी. अभी 6 राज्यों को क्रोस कर वह उदयपुर पहुंचे और आज ही उदयपुर से निकल चुके हैं. 


अकेले व्हील चेयर लेकर निकले
ऐसे कई लोग अलग-अलग जागरूकता के लिए निकल चुके हैं. लेकिन इमाम की यात्रा में बड़ी बात यह है कि वह दिव्यांग है. व्हीलचेयर पर निकले हैं. इमाम ने बताया कि कन्याकुमारी से यह यात्रा 25 दिसम्बर 2022 को शुरू की थी.  जो आज उदयपुर पहुंची है. उन्होंने बताया कि विकलांगों के लिए सुगम्य भारत अभियान चल रहा हैं. लेकिन ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं है.


वह लोगों तक पहुंचे और अच्छे से इसका रखरखाव हो यही चाहता हूं. उन्होंने आगे बताया कि हर जगह रैंप बनाने की बात मैं कर रहा हूँ यह सिर्फ दिव्यांगों के लिए ही नहीं, जब आप बुजुर्ग होंगे तब भी इसकी जरूरत होगी. इस यात्रा में जो भी मिल रहा हैं सभी से इसके बारे में कह रहा हूँ और कई जगह लोगों ने बनाए भी है.


एक बार चार्ज में 25 किमी चलती है व्हील चेयर
उन्होंने बताया कि यह व्हील चेयर आईआईटी के छात्रों ने बनाई है जिसे मैंने ईएमआई से खरीदी है. यह एक बार चार्ज में 25 किलोमीटर चलती है. रास्ते मे ढाबों पर रुकता हूं और जहां भी चार्ज खत्म हो जाता है वहीं लगा देता हूँ. उन्होंने यह भी बताया कि जहां भी जा रहा हूं. वहां लोग मिल रहे हैं और मदद कर रहे हैं.


मैं बिहार का रहने वाला हूं और वही से पढ़ाई की है. इसके बाद दिल्ली में जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रशियन भाषा का कोर्स कर रहा था लेकिन कोरोना से छूट गया. अब बस यहीं मकसद है कि विकलांगों के लिए हर जगह व्यवस्था हो पाए.


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