Udaipur Murder Case: उदयपुर में कन्हैया लाल के बर्बर हत्याकांड मामला पूरे देश में चर्चित रहा. बड़ी बात तो यह है कि इस नृशंस हत्याकांड के आरोपियों को पुलिस ने घटना के कुछ ही घंटों बाद गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की थी, लेकिन यह कोई नहीं जानता कि दोनों आतंकियों को गिरफ्तार करने के पीछे पुलिस की मुखबिरी नहीं थी, बल्कि इन दोनों खूंखार आतंकियों को दबोचने में राजसमंद के दो जांबाज युवकों का हाथ रहा. इन युवकों ने न सिर्फ पुलिस को दोनों आतंकियों की सूचना दी बल्कि दोनों आतंकियों का 20 किलोमीटर तक पीछा कर पुलिस के हवाले किया. अब दोनों जांबाज युवकों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सम्मानित करने के लिए पत्र लिखे जा रहे हैं. दोनों युवकों का नाम है शक्ति सिंह और प्रहलाद.


आतंकियों को इस तरह पकड़वाया
शक्ति सिंह और पहलाद बताते हैं कि हत्या की सूचना सोशल मीडिया पर मिली थी. हम दोनों आए दिन किसी न किसी रूप में समाज सेवा या फिर पुलिस के काम में मदद करते हैं. इसी कारण शाम पांच बजे भीम खाने के पुलिसकर्मी बाबूसिंह का फोन आया कि भीलवाड़ा - देवगढ़ मार्ग अलग-थलग हैं, इस पर सीसीटीवी नहीं होने से आरोपी इस रास्ते से भाग सकते हैं तो आप नजर रखना. बाबूसिंह ने बाइक नंबर 2611 बताए. इधर सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुई जिससे दोनों देख लिए थे. हमने सोचा कि अगर अपराधी 40 मील के रास्ते निकले तो वहां पुलिस नहीं हो हम सूरजपुरा बस स्टैंड पहुंचे और नजर रखना शुरू की. 


2611 नंबर दिखते ही किया पीछा
दोनों युवाओं ने बताया कि सूरजपुरा बस स्टैंड से नजर रख ही रहे थे कि एक बाइक 2611 नंबर की दिखी और अपराधियों के चेहरे में मिलान हुए. पुलिस को फोन किया तो उन्होंने कहा कि अभी हम दूर है उनका पिछा करो. पुलिस अभी दूर थी, हम निहत्ते थे फिर भी पीछा करना शुरू किया. हम पुलिसकर्मी वीरेंद्रसिंह और डीएसपी राजेंद्र सिंह के सम्पर्क में थे. उन्होंने शक्तिसिंह को फोन किया कि वे बाइक का बाइक का पीछा करते रहे हम पहुंचने वाले हैं. हम हमारी बाइक लेकर उनके पास पहुंचे तो उन्होंने धमकाने के अंदाज में इशारा किया, जिससे हमने कुछ दूरी बना ली. इससे दोनों को भनक लग गई कि पीछा हो रहा है तो उन्होंने स्पीड बढ़ाई. 


आरोपियों ने बदला था रास्ता 
उन्हें लग गया था कि पीछा हो रहा है, जिससे उन्होंने 40 मील से दोनों भीम रोड की तरफ मुड़ गए. फिर इसकी सूचना पुलिस को दी तो पुलिस भीम-ब्यावर रोड पर पहले से खड़ी थी. जैसे ही हमने इशारा किया तो पुलिस ने दोनों को चलती बाइक से ही गिराया और दबोच लिया.


सीएम गहलोत से मिले
दोनों जांबाज युवक प्रहलाद सिंह चुंडावत और शक्ति सिंह चुंडावत सोमवार को सीएम अशोक गहलोत से मिले. इसके बाद श्री राजपूत करणी सेना राजसमंद जिला अध्यक्ष चंद्रभान सिंह मोयणा ने सीएम से दोनों को सरकारी नौकरी देने की मांग के साथ ही पुलिस के कांस्टेबल बाबू सिंह, वीरेंद्र सिंह, शिव दर्शन सिंह, खींवराज माली और पुलिस के अधिकारी सीआई शैतान सिंह नाथावत और डीवाईएसपी राजेंद्र सिंह राठौड़ को भी गेलेंट्री प्रमोशन दिए जाने की मांग की.


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