Udaipur Murder Case Highlight: कन्हैया लाल के परिजनों से की सीएम गहलोत ने मुलाकात, आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया
राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या के आरोपियों को 13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कन्हैया लाल के परिजनों से मुलाकात की.
एनआईए ने बताया कि उदयपुर में कन्हैया लाल की निर्मम हत्या के आरोपी रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद को 13 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उदयपुर की घटना से प्रदेश ही नहीं पूरा देश हिल गया है. हम प्रदेशवासियों से बार-बार कह रहे हैं कि उसकी कोई माफी नहीं है. पुलिस ने अच्छा काम किया कि जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ लिया.
उदयपुर हत्या मामले में बार एसोसिएशन अध्यक्ष गिरिजा शंकर मेहता ने कहा कि हम चाहते हैं कि आरोपी को फांसी दी जाए. कोई वकील उनका प्रतिनिधित्व नहीं करेगा. उनका कृत्य सामान्य नहीं है, आतंकवाद का कार्य है. वे न केवल समाज में बल्कि खुद पीएम तक आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.
एनआईए की टीम कन्हैया लाल की हत्या के दोनों मुख्य आरोपियों मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद को दिल्ली लाएगी. आरोपियों को दिल्ली कोर्ट में पेश किया जाएगा.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर की घटना पर कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर राज्य के अधिकारियों के साथ बैठक की.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज कन्हैया लाल के परिजनों से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद कन्हैया लाल के बेटे यश ने कहा कि मेरी सीएम से बात हुई है. उन्होंने आर्थिक मदद और सरकारी नौकरी देने की बात कही है. हमने उनसे खुद की सुरक्षा की भी मांग की है. जिन लोगों ने उनके साथ ऐसा किया उनको फांसी की सजा मिलनी ही चाहिए यही हमारी मांग है.
उदयपुर के हत्याकांड के बाद भरतपुर में भी आज रात 12 बजे तक इंटरनेट बंद किया गया है. इसके साथ पुलिस लगातार शहर में फ्लैग मार्च कर रही है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कन्हैया लाल के परिवार से मुलाकात के बाद उन्हें 50 लाख रुपये का चैक सौंपा. साथ ही सीएम ने परिवार को आश्वासन दिया कि ये केस फास्ट ट्रैक में चलाकर आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाई जाएगी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज उदयपुर में कन्हैया लाल के परिवार से मुलाकात की. मुलाकात के बाद सीएम अशोक गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये घटना बहुत ही दुखद है. इस हत्या से पूरा देश दुखी है. उन्होंने कहा कि हत्यारों के इंटरनेशनल तार जुड़े हैं. सीएम ने आगे कहा कि, इस मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो सुनवाई.
उदयपुर में 28 जून को टेलर की हत्या के विरोध में आज हिंदू संगठनों ने रैली निकाली. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग रैली में शामिल हुए.
उदयपुर की घटना एक जधन्य अपराध है. मुझे उम्मीद है कि NIA त्वरित कारवाई करेगी. सरकार पूरी तरह से मुस्तैद है. आगे भी हम लोग कारवाई करेंगें. UAPA तहत केस दर्ज किया गया है. ये लोग पाकिस्तान जाते थे, इसलिए हो सकता है इनका अंतरराष्ट्रीय लिंक हो.
उदयपुर हत्या मामले में एसआईटी दो नकाबपोश लोगों को लेकर उदयपुर के सापेट इलाके की एसके इंजीनियरिंग नाम की एक फैक्ट्री में पहुंची, संभावना ये जताई जा रही है कि इसी फैक्ट्री में इन दोनों हत्यारों ने हत्या से पहले और बाद में बनाए वीडियो यहीं रिकॉर्ड किए थे. फैक्ट्री से कुछ हथियार मिलने की बात भी सामने आई है. नकाबपोश वही दो हत्यारे बताए जा रहे हैं. फैक्ट्री सीज कर दी गई है.
उदयपुर में कन्हैया लाल हत्याकांड मामले में आज हिन्दू संगठनों की तरफ से रैली निकाली गई. हजारों की संख्या में लोग जिला कलेक्ट्री पहुंचे. रैली में संत भी शामिल हुए जिन्होंने मामले की कड़ी कार्रवाई को लेकर ज्ञापन दिया.
उदयपुर में घटना के दो दिन बाद आज भी पुलिस का जाब्ता चप्पे-चप्पे पर तैनात है. शहर में एक महीने के लिए धारा 144 लागू है.
दोनों आरोपियों ने करौली, जोधपुर, भीलवाड़ा के बाद उदयपुर में दंगा भड़काने के लिए कन्हैयालाल का मर्डर किया. 2014 में दोनों 30 लोगों के साथ पाकिस्तान के कराची में गए और ट्रेनिंग ली. दोनों के साथ उदयपुर के वसीम अख्तरी और अख्तर राजा भी थे. कराची में उन्हें आतंकी संगठनों ने ट्रेनिंग दी. 45 दिन की ट्रेनिंग के बाद 1 फरवरी 2014 को दोनों भारत वापस आ गए थे और दोनों दावत-ए-इस्लामी और पाकिस्तान के राजनीतिक दल तहरीक-ए-लब्बैक के सम्पर्क में थे.
NIA सूत्रों के अनुसार रियाज और मोहम्मद गौस मोहम्मद राजस्थान के 8 जिलों में ISIS के लिए स्लीपर सेल बना रहे थे. दोनों उदयपुर, भीलवाड़ा, अजमेर, राजसमंद, टोंक, बूंदी, बांसवाड़ा,जोधपुर जिलों में धर्म के नाम पर युवाओं का ब्रेनवॉश कर रहे थे. गरीब और बेरोजगार युवाओं को उकसाकर स्लीपर सेल बनाते थे. आशंका जताई जा रही है कि ये स्लीपर सेल ISIS के लिए बनाए जा रहे थे.इसके लिए अरब देशों से फंडिंग भी की गई.
उदयपुर घटना पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "मैं प्रदेशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि अपराधी किसी भी धर्म या समुदाय का हो उसे बख्शा नहीं जाएगा।"
उदयपुर घटना पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, ''आरोपी पकड़े गए हैं और फास्ट ट्रैक कोर्ट द्वारा इन्हें ऐसी सज़ा मिले जो देश, दुनिया में एक उदाहरण बने. पीड़ित परिवार के लोगों को सारी मदद प्रदान करेंगे। इस घटना में जो भी ज़िम्मेदार, या कितना बड़ा कोई व्यक्ति या अधिकारी है उस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. मैं इसे आतंकी हमला मानूंगा और सरकार ने भी कहा है कि इसे एक तरह से आतंकी हमले की नज़र से ही देखना पड़ेगा.''
बैकग्राउंड
Udaipur Murder Case Highlight: राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल की बर्बर हत्या मामले की जांच एनआईए ने टेक ओवर कर लिया है. एनआईए की टीम ने बुधवार को घटनास्थल का दौरा किया, इसके अलावा एफएसएल की टीम भी थी. इस दौरान राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी की टीम भी थी. गुरुवार को पीड़ित परिवार से मिलने के लिए सीएम अशोक गहलोत भी जाएंगे. उनके साथ राज्य के डीजीपी एमएल लाठर भी रहेंगे. वहीं राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि अब तक मामले में 2 मुख्य आरोपी हैं. उनके अलावा हमने तीन अन्य लोगों को हिरासत में लिया है.
क्या बोले डीजीपी?
डीजीपी ने बताया कि अभी तक की पूछताछ में सामने आया है कि ये लोग (मामले में मुख्य आरोपी) दावत-ए-इस्लामी नाम की संस्था से संपर्क में थे. इस प्रकरण को प्रारंभ से ही एक्ट ऑफ टेरर मानते हुए UAPA के अंतर्गत अभियोग पंजीबद्ध किया गया. एनआईए भी रात को ही हमारे अनुसंधान में जुड़ गई. जहां तक इनका (मुख्य आरोपी) सीमा पार कनेक्शन की बात है, जो भी डिजिटल साक्ष्य है उसकी जांच राजस्थान पुलिस अपने स्तर पर कर रही है. एनआईए का सहयोग भी लिया जा रहा है.
उन्होंने खुलसा किया कि आरोपी गौस मोहम्मद के मोबाइल में पाकिस्तान के 10 नंबर मिले हैं. दोनों पाकिस्तान और अरब देशों के लोगों से संपर्क में थे. दोनों आरोपी साल 2014 में 45 दिन के लिए पाकिस्तान के कराची भी गए थे और वहा अपने आकाओं से ट्रेनिंग ली थी. सूत्रों की मानें तो गोस मोहम्मद नेपाल के रास्ते से कराची गए था. जिस अंदाज में कन्हैयालाल को मारा गया, वह तालिबानी तरीका था. दोनों आरोपियों ने उदयपुर में व्हाट्सएप का सोशल मीडिया ग्रुप भी बना रखा है और लगातार इस ग्रुप में वीडियो भी पोस्ट करते रहते थे. अब पुलिस उस ग्रुप के एडमिन और मेंबर की जांच कर रही है.
इस संगठन से जुड़ा है कनेक्शन
बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी उदयपुर में युवाओं को भड़काने का काम करते थे. यह भी जानकारी सामने आई है कि दोनों दावत-ए-इस्लामी नाम के पाकिस्तानी संगठन से जुड़े हैं. दावत ई इस्लामी संगठन के तार दिल्ली उदयपुर सहित देश के कई शहरों में जुड़े हो सकते हैं. गोस मोहम्मद पाकिस्तान में कराची के एक मौलाना के संपर्क में था. यह भी आशंका जताई जा रही है कि कन्हैयालाल का मर्डर पूरी तरह से प्री-प्लान्ड था. सूत्रों की मानें तो दोनों अपराधियों से कई युवा जुड़े हुए हैं, अब खुफिया एजेंसी उनकी भी तलाश कर रही है.
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