Udaipur News: उदयपुर में 28 जून को कन्या लाल के हुए निर्मम हत्या कांड के बाद फिलहाल शांति बनी हुई है, लेकिन सब के माथे पर एक ही चिंता की लकीर है कि कोई अनहोनी घटना नहीं हो जाए. वहीं इसी चिंता के बीच पुलिस भी पूरी तरह मुस्तै है. जिस प्रकार से 1 जुलाई को रात यात्रा निकाली उसी तरह से ईद भी शांतिपूर्ण तरीके से हो जाए. इसके लिए पुलिस-प्रसाशन के मुखिया आईजी प्रफुल्ल, संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा और एसपी विकास शर्मा पिछले एक हफ्ते से सड़कों पर उतर चुके हैं और लोगों से जनसंपर्क कर माहौल को शांतिपूर्ण करने की कोशिश में लगे हुए हैं.
पुलिस ने की तैयारियां
एसपी विकास शर्मा ने बताया कि ईद को देखते हुए शहर भर में 18 कार्यपालक मजिस्ट्रेट वहीं सभी एसडीओ को अपने-अपने क्षेत्र में कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है. पुलिस प्रशासन की ओर से उदयपुर शहर को तीन सेक्टरों में बांटा गया है. इसी के साथ शहर के 10 थाना क्षेत्रों में पुलिस दल चप्पे-चप्पे पर ड्रोन से निगरानी रखेगा. वहीं सादा कपड़ों में पुलिसकर्मियों को भी नियुक्त किया गया है.
मस्जिदों के बाहर पुलिस का जाब्ता भी तैनात किया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि शहर में कुल 1200 पुलिसकर्मियों का जाब्ता तैनात रहेगा. इसमें फील्ड में एसपी रैंक के अधिकारियों को तैनात किया गया है, जिनकी सुबह आठ बजे से लेकर रात के आठ बजे तक ड्यूटी करने के आदेश दिए गए हैं. एक की ड्यूटी खत्म होने के बाद दूसरा अधिकारी तैनात रहेगा.
पर्यटन इंडस्ट्री को मिलेगी ऑक्सीजन
झीलों की नगरी उदयपुर में मुख्यतया व्यवसाय ही पर्यटन पर डिपेंड है. अगर पर्यटक नहीं आएंगे तो यहां कई लोगों के रोजगार छिन जाएंगे. साथ ही जुलाई से पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो जाती है, क्योंकि यहीं से सीजन की शुरुआत होती है, लेकिन हत्याकांड के बाद में पिछले 10 दिनों से दोनों वीकेंड पूरी तरह से सुने बीते. हर दिन 15 करोड़ रुपए से ज्यादा का इंडस्ट्री को नुकसान हो रहा है. ऐसे में टूर ऑपरेटर, होटल व्यवसायी उम्मीद लगाए बैठे हैं, कि जिस तरह से रथयात्रा शांत माहौल में निकली, उसी तरह ईद पर्व भी पूरी तरह से शांत निकले. इससे पर्यटकों का डर कम होगा और शहर गुलजार हो जाएगा.
पुलिस ने सौहार्द के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया
इधर पुलिस लगातार जनसंपर्क कर लोगों को शांत रहने के लिए अपील कर रही है. दूसरी तरफ पुलिस ने खुद सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है. उदयपुर पुलिस ने एक पोस्ट तैयार की है, जिसमें सभी धर्म के लोगों को एक साथ खड़ा किया है और मैसेज दिया है कि उदयपुर हमेशा शांति, सद्भाव और सौहार्द का प्रतीक रहा है और आगे भी ऐसा ही बना रहे.
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