राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में रविवार शाम पंचायत सहायक राजेश कोठारी शव नदी में मिला. सोमवार को उसका पोस्टमार्टम राजकीय हॉस्पिटल में किया गया. मोर्चरी में जब पोस्टमार्टम हो रहा था तो बाहर युवक की मां और भाई की पत्नी में लड़ाई हो गई. यह लड़ाई हाथपाई पर तक उतर आई. पुलिस ने दोनों को अलग कराया. दोनों ने एक दूसरे को पंचायत सहायक की मौत का जिम्मेदार बताया है. 


मृत युवक के कमरे से मिला पत्र


पुलिस को मृत युवक के कमरे से एक पत्र मिला है. इसमें मौत से पहले लिखा हुआ जमा राशि का हिसाब था. बीमा से लेकर आरडी और अन्य जमा रुपए कहाँ, कितनी और कैसे मिलेंगे इसके बारे में लिखा हुआ था. मौत से पहले राजेश कोठारी की ओर से लिखा गया हिसाब का यह पत्र पुलिस के सामने पहेली बनकर उभरा है. पुलिस यह गुत्थी सुलझाने में जुटी है कि युवक राजेश कोठारी ने कर्ज में डूबने से सुसाइड किया या फिर से वो परिवार के झगड़ों से तंग था.


बता दें कि राजेश कोठारी 8 फरवरी को घर से निकला था, लेकिन बाद में घर नहीं पहुंचा. इसके बाद उसकी पत्नी लक्ष्मी ने कोतवाली थाने में गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी. उसका शव नदी में रविवार शाम मिला.  


मृतक के भाई पीयूष ने बताया कि राजेश की 2013 में शादी हुई थी. दलालों को एक लाख 75 हजार रुपये देकर उसकी शादी कराई गई थी. पत्नी से उसके दो बेटे हुए. एक बच्चा 6 साल का है, जबकि दूसरा बेटा 3 साल का है. शादी के बाद पूरा परिवार चंदूजी का गढ़ा में रहता था. लेकिन, 8 महीने पहले भाभी अलग हो गई. वह गांव में मकान की ऊपरी मंजिल पर अपना खाना-पीना अलग करते थे. एक महीने पहले राजेश उसकी पत्नी को लेकर शहर आ गया था.


पत्र में यह लिखा है


राजेश कोठारी ने लिखा है कि पोस्ट ऑफिस में बेटे तीर्थ के नाम से प्रतिमाह एक हजार रुपए कांति भाई पोस्टमास्टर को जमा कराए हैं. बजाज फाइनेंस कंपनी में अगर, किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है या वह लापता हो जाता है तो उसकी सभी किस्तें माफ हो जाती हैं. बीमा क्लेम के लिए कंपनी में संपर्क करें. एसबीआई में पीयूष, गुणमाला और राजेश के नाम से ज्वाइंट बैंक अकाउंट है. इस बैंक में मैंने कभी रुपए नहीं डाले हैं और न ही निकाले हैं. लेकिन, बैंक प्रतिवर्ष 100 रुपए और 12 रुपए का बीमा देता है. बैंक मैनेजर या किसी अच्छे व्यक्ति से संपर्क करें.


एसबीआई की माही बजाज सागर बैंक में मेरा वर्तमान खाता है. इसमें वार्षिक 5 सौ रुपए जमा किया है. इसमें 10 लाख का बीमा होता है. बैंक या अच्छे व्यक्ति से संपर्क करें.एजेंट के नाम का हवाला देते हुए राजेश ने हिसाब बनाया. एक बेटे की एक-एक माह की किश्तें भरी हैं. दो किश्तें भावेश ने भरी हैं. दो किश्तों में कुछ राशि भावेश से भरवाई हैं.