Udaipur News: पांच साल बाद सीए बनने की प्रक्रिया में होने जा रहा बदलाव, जानिए क्या होंगे चेंजेस
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई) ने अपना ड्राफ्ट तैयार कर लिया है. अब ये ड्राफ्ट काउंसिल के पास से संसद में जाएगा.
Udaipur News: सीए बनने की प्रक्रिया में 5 साल बाद फिर से बदलाव होने जा रहा हैं. अंतिम बदलाव साल 2017 में किया गया था और अब फिर से होने वाला है. इसके लिए इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई) ने अपना ड्राफ्ट बना लिया है और अब सीए काउंसिल में पास भेजा जाएगा. यहां इन बदलावों पर चर्चा होगी और फिर संसद में जाएगा, जहां से पास होने के बाद लागू कर दिया जाएगा. बनाए गए नए ड्राफ्ट में सीए के कोर्स से लेकर प्रशिक्षण तक की प्रक्रिया में बदलाव किए गए है.
6 माह के अंदर हो सकता है लागू
सेंट्रल इंडिया रीजनल कॉउंसिल (सीआईआरसी) पूर्व अध्यक्ष सीए देवेंद्र सोमानी ने एबीपी को बताया कि सीए एक्ट 1949 से बना हुआ है, जिसमें समय-समय पर बदलाव होते हैं. अंतिम बदलाव साल 2017 में हुआ था. जो ड्राफ्ट बना है. वह काउंसिल में जाएगा और वहां डिस्कस होने के बाद संसद में जाएगा. इनमें ज्यादा देर नहीं लगती है और पास हो जाता हैं. ऐसे में उम्मीद है कि यह बदलाव 16 माह में हो जाएगा. क्योंकि ड्राफ्ट से पहले ही सार्वजनिक सुझाव भी लिए जा चुके हैं.
यह होगा बड़ा बदलाव
सीए सोमानी ने बताया कि पहले तीन साल प्रशिक्षण करना जरूरी होता था, लेकिन अब छात्र दो साल का प्रशिक्षण करने के बाद में नौकरी में जा सकता है. लेकिन उसे सेल्फ वर्क यानी ऑफिस में करना है तो तीन साल का प्रशिक्षण जरूरी होगा. वैसे वह 2 साल के प्रशिक्षण के बाद ही सीए कहलाएगा. फिर एक साल और प्रेक्टिस कर लाइसेन्स मिला जाएगा.
6-6 हुई सब्जेक्ट की संख्या
दूसरा बड़ा बदलाव ये हुआ है कि कोर्स में सेल्फ पेस्ड मोड्यूल नाम से नया हिस्सा जुड़ने जा रहा है. इस मॉड्यूल में कुल 4 विषय होंगे. यानी फाउंडेशन, इंटर्न और फाइनल के बाद अब चौथा कोर्स भी शामिल होगा. हालांकि पहले की तरह कुल विषय की संख्या ही होगी. फिलहाल अभी फाउंडेशन में 4, इंटर्न और फाइनल में 8-8 विषय होते हैं. लेकिन मॉड्यूल के चौथे हिस्से में 4 नए विषय जुड़ने से इंटर्न और फाइनल में विषय की संख्या कम कर 6-6 कर दी गई है. जिससे कुल विषय पहले की तरह 20 हो रहे लेकिन पैटर्न नया होगा.
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