Udaipur Butterfly Park: राजस्थान में बन रहा पहला तितलियों का पार्क, दिखेंगी 100 से ज्यादा प्रजातियां
Udaipur Butterfly Park: तितलियों का पार्क उदयपुर-जयपुर हाईवे पर शहर से करीब 8 किमी दूर अंबेरी गांव में बनेगा. यह राजस्थान का पहला बटरफ्लाई पार्क होगा. इसके लिए बजट आवंटन भी किया जा चुका है.
Udaipur Butterfly Park: राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर (Udaipur) में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार नए-नए काम किए जा रहे हैं. पिछले दिनों ही यहां प्रदेश के पहले बर्ड पार्क (Bird Park) की सौगात मिली. अब तितलियों का एक पार्क बनाया जा रहा है. ऐसे में झीलों के शहर में आने वाले लोग चारों तरफ अलग-अलग प्रकार की तितलियां देख पाएंगे. इसका मकसद तितलियों का संरक्षण और उन्हें उपयुक्त वातावरण उपलब्ध कराना है. पार्क के बनने से उदयपुर में एक और पर्यटन स्थल स्थापित हो जाएगा, जिससे पर्यटन में बढ़ोतरी होगी.
तितलियों का पार्क उदयपुर-जयपुर हाईवे पर शहर से करीब 8 किमी दूर अंबेरी गांव में बनेगा. यह राजस्थान का पहला बटरफ्लाई पार्क होगा. जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा की ओर से इस काम के लिए बजट आवंटन भी किया जा चुका है. इसे लेकर संभागीय वन संरक्षक आरके जैन ने निर्धारित स्थल का निरीक्षण किया और जल्द ही काम शुरू करते हुए अगले 2 से 3 महीने में अलग-अलग रूप में विकसित करने के निर्देश दिए हैं.
'वर्तमान में 60 प्रकार की है बटरफ्लाई'
उप वन संरक्षक डी के तिवारी ने बताया कि वन विभाग और वन सुरक्षा समिति अंबेरी के सहयोग से यह काम जल्द पूरा करते हुए पर्यटन स्थलों में शुमार उदयपुर को एक और नई सौगात उपलब्ध करवाई जाएगी. उन्होंने बताया कि इसे लेकर तितली विशेषज्ञ मुकेश का सहयोग लिया जा रहा है. वहीं एक्सपर्ट मुकेश का कहना है कि वर्तमान में 60 प्रकार की बटरफ्लाई है, जिसकी संभाग में लगभग 100 प्रजातियां पाई जाती हैं. उन्होंने बताया, "मेरी ओर से 2015 से जानकारी जुटाई जा रही है."
तितली के जीवन के होतें हैं इतने चरण
उन्होंने कहा कि तितली के जीवन में चार चरण संपन्न होते हैं. अंडा से शुरू होकर लार्वा और प्यूपा से वयस्क तक. बटरफ्लाई पार्क और इनके जाति की संख्या क्षेत्र के पर्यावरण के स्वास्थ्य का प्रतीक है. पौधों की संख्या और उपज बढ़ती है. विभिन्न और जातियों के अनुसार उनके लार्वा से पौधे के अलावा वयस्कों के रस पीने के फूल या वनस्पति अलग-अलग हो सकते हैं. उनके संरक्षण के लिए स्थानीय वनस्पति और वनों की सुरक्षा अति आवश्यक है. इसको ध्यान में रखते हुए इस स्थान का चयन किया गया है.
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