Udaipur News: उदयपुर में आगामी 5 से 7 दिसंबर तक आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की ओर से उदयपुर शहर के टूरिज्म स्टेक होल्डर्स की बैठक हुई. इस बैठक में तैयारियों पर बात हुई, लेकिन सबसे ज्यादा जोर आवभगत पर दिया गया. इसमें कहा गया कि जो भी राजनयिकों से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप में संपर्क में आएगा, उनको ट्रेनिंग दी जाए ताकि राजनयिकों के सामने कोई गलती की गुंजाइश ना हो. बता दे कि होटल, एयरपोर्ट से लेकर हर वो व्यक्ति जो इस शेरपा शिखर सम्मेलन की व्यवस्थाओं में लगा है उनको प्रशिक्षण दिया जा रहा है. 


मंत्रालय ने क्या कहा
बैठक में पर्यटन विभाग नई दिल्ली के उत्तर जोन के क्षेत्रीय निदेशक अनिल अरोरा ने कहा कि मेवाड़ को मेहमान नवाजी, प्राकृतिक झीलें और सुंदर पहाड़ियों विरासत में मिली है. राजस्थान का ध्येय वाक्य खम्मा घणी और पधारों म्हारे देश को आगामी दिनों में विश्व के कोने-कोने से आने वाले जी-20 के सदस्यों के सामने चरितार्थ करनी है. उन्होंने कहा कि हमने जीवन में जो कुछ सीखा है उसे देश-दुनिया को बताने का अवसर है. यहां मेहमान नवाजी में कही कोई कमी नहीं आनी चाहिए. बैठक में विभिन्न देशों के भिन्न-भिन्न भाषाओं के व्यक्ति इसमें भाग लेंगे, इसलिए भाषा और अपनी आत्मीयता के साथ उनके सामने पेश आना होगा. उन्होंने कहा कि इसका पूरा जिम्मा टूरिज्म स्टेट होल्डर का है. सभी सदस्य आपके क्रियाकलापों से ही प्रभावित हो कर यहां से जाएंगे. इसलिए गाईड, ड्राईवर, होटल सहायक, क्लीनर यहां तक कि पार्किंग मैन, वॉचमैन के साथ जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष इस कार्य से जुड़े हैं, उनका दायित्व है कि किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रहे. सम्मेलन में भाग लेने वाले अतिथियों के खान-पान का भी ध्यान रखा जाए. 


एयरपोर्ट स्टॉफ को भी दी ट्रेनिंग
उदयपुर में वृहद स्तरीय जी-20 देशों की बैठक आयोजित की जाएगी. जिसके तहत भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की ओर से उदयपुर के डबोक स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट के कार्मिक और अन्य स्टाफ सदस्यों को आयोजन से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर के बारे में ट्रेनिंग दी गई.


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