Udaipur News:  प्रदेश में एक तरफ रीट परीक्षा (Reet Exam) को लेकर हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है, वहीं उदयपुर (Udaipur) संभाग के बांसवाड़ा जिले स्थित गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय ने परीक्षा को लेकर नवाचार किया है. इसमें अब छात्रों के पास ओएमआर शीट (OMR Sheet) आएगी उसमें पहले से छात्रों के रोल नंबर और विषय सहित अन्य सूचनाएं प्रिंटेड होंगे. ये बदलाव इसी सत्र की ओएमआर शीट में देखने को मिलेगा.


जानिए बदलाव के पीछे की वजह


इसके पीछे कारण है कि परीक्षा विभाग से परीक्षा परिणाम में विसंगति के कारणों की पड़ताल में सामने आया कि परीक्षार्थियों ने ओएमआर शीट (OMR Sheet) पर रोल नंबर और विषय कोड ठीक से अंकित नहीं किए हैं. कई ने कांट-छांट कर रखी है. इससे ओएमआर शीट की जांच के दौरान आवश्यक सूचनाएं प्राप्त करने में तकनीकी समस्या हुई, जिससे परिणाम तैयार करने में दिक्कतें रहीं. इसके समाधान के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस संबंध में ओएमआर पर आवश्यक सूचनाएं पहले से ही प्रिंटेड फार्म में उपलब्ध कराने का निर्णय किया है. विश्वविद्यालय इससे पूर्व भी बीएसटीसी परीक्षा में यह नवाचार कर चुका है, जिसके बाद परीक्षा परिणाम जारी करने में न तो अधिक समय लगा और न ही किसी प्रकार की विसंगति रही.


परीक्षार्थियों को मिलेगा ये फायदा


बता दें कि कुछ सेमेस्टर छोड़ अधिकांश कक्षाओं की वर्ष 2021-2022 की परीक्षाएं वस्तुनिष्ठ पैटर्न पर की जा रही है. इससे परीक्षार्थियों को ओएमआर संबंधित औपचारिकताएं पूर्ण करने से निजात मिलेगी और जल्दीबाजी में होने वाली गलती की आशंका नहीं रहेगी. विवि प्रबंधन और परीक्षार्थी दोनों को फायदा होगा.


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गलती होने पर सुधारने के लिए 200 रुपए शुल्क


परीक्षा आवेदन के दौरान संबंधित महाविद्यालय स्तर पर भी विद्यार्थी का नाम, सरनेम, माता-पिता का नाम में स्पेलिंग व अन्य गलतियां की जा रही हैं. इन्हीं सूचनाओं के आधार पर ही विश्वविद्यालय द्वारा मार्कशीट तैयार होती है, जिसमें भी गलतियां हो रही हैं. ऐसे में जीजीटीयू के परीक्षा विभाग ने सभी कॉलेज प्रबंधनों व परीक्षा प्रभारियों की बैठक कर परीक्षा आवेदन संबंधित आवश्यक प्रक्रिया और सावधानियों की जानकारी दी है. इसके साथ ही अब त्रुटि होने पर सुधार के लिए 200 रुपए का शुल्क भी तय किया है. विश्वविद्यालय प्रबंधन का मानना है कि अनावश्यक शुल्क भार से बचने के लिए कॉलेज प्रशासन विद्यार्थियों के परीक्षा आवेदन में आवश्यक सावधानी बरतने के बाद ही पैनल पर परीक्षा आवेदन लॉक करेंगे.


ओएमआर की जांच में होती है परेशानी


यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक डॉ. नरेन्द्र पानेरी ने बताया कि स्नातक से लेकर पीजी तक के परीक्षार्थियों ने ओएमआर शीट में रोल नम्बर व अन्य सूचनाएं भरने में गलतियां की हैं. इससे ओएमआर की जांच में परेशानी होती है और परिणाम में देरी होती है. ऐसी समस्या न रहे इसके लिए ओएमआर शीट में नाम, रोल नंबर व अन्य जानकारी पहले से ही प्रिंटेड कर परीक्षार्थियों को उपलब्ध कराई जाएगी.


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