Udaipur News: राजस्थान के उदयपुर में नुपूर शर्मा के समर्थन में मोबाइल स्टेट्स लगाने पर टेलर कन्हैया लाल की हत्या बुधवार को कर दी गई. अब पिता कन्हैया लाल के बड़े बेटे यश का बयान आया है. कन्हैया लाल के बेटे ने पिता की हत्या पर बयान देते हुए कहा कि, "हम चाहते हैं कि या तो उनका (हत्यारों का) एनकाउंटर हो जाए या उन्हें फांसी पर लटका दिया जाए. उनमें डर पैदा करने की जरूरत है."
गम में डूबा परिवार
कन्हैया लाल हत्याकांड के बाद उदयपुर शहर में भारी तनाव की स्थिति है. इधर कन्हैया लाल का परिवार गम में डूबा हुआ है. कन्हैया लाल के परिवार की बात करें तो उनके दो बेटे यश और तरुण हैं. यश ई मित्र की दुकान पर बैठता है तो तरुण फार्मेसी कर रहा है. वहीं पत्नी यशोदा गृहणी हैं. घर के मुखिया की हत्या के बाद सभी की स्थिति खराब है और गम में हैं.
पाई-पाई जोड़कर खरीदा था मकान
परिजनों और रिश्तेदारों से बातचीत करने में सामने आया कि वह मूल रूप से डूंगरपुर जिले के आसपुर के पास एक गांव के रहने वाले थे. करीब 20-25 साल पहले उदयपुर आए और मालदास स्ट्रीट पर (जहां घटना हुई) वहीं किराए की दुकान और किराए के मकान में रहने लगे थे. कन्हैया लाल टेलरिंग का काम करता था. महीने में 15-17 हजार घर की आय थी. पाई-पाई जोड़कर शहर के सेक्टर 14 गोवर्धन विलास में मकान खरीदा था, जिसकी किश्तें अभी भी चल रही हैं. कन्हैया लाल रे घर में उनकी 90 साल मां कौंदरी देवी हैं.
अंतिम संस्कार में शामिल हुए हजारों लोग
इधर कन्हैया लाल की अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. अंतिम यात्रा उनके घर सेक्टर 14 से निकली जो शहर के अशोक नगर श्मशान घाट पहुंची. उनके पंचतत्व में विलीन होने के बाद लोग अपने घरों की तरफ गए. इसके बाद अब तक स्थिति सामान्य बनी हुई है.