Udaipur News: ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा की तर्ज पर आज से शहरों में मनरेगा शुरू होने वाला है. यह है इंदिरा गांधी नरेगा रोजगार योजना. योजना की शुरुआत प्रदेश के सवा दो लाख हाथों से होने जा रही है. यानी अब तक इतने आवेदन हो चुके हैं. बड़ी बात यह है कि राज्य सरकार की तरफ से किसी भी घर से एक व्यक्ति को 100 दिन का रोजगार देने की इसमें गारंटी है. इस योजना से बेरोजगारी पर प्रहार हो ना हो यह तो बाद में देखा जा सकता है लेकिन मनरेगा में कार्य करने से शहर की व्यवस्थाओं में सुधार जरूर आ सकता है. 


मिलेगा जॉब कार्ड
इस योजना में काम करने के लिए एक जॉब कार्ड बनेगा. इसके लिए आवेदकों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा. पुष्टि के बाद परिषद की ओर से जॉब कार्ड जारी किया जाएगा. उन्हें 15 दिन का काम पूरा करने के बाद आगामी 15 दिन में बैंक खाते में भुगतान किया जाएगा. इसमें कुशल अकुशल सभी प्रकार के लोगों को को काम मिलेगा. इसमें 18 से 60 वर्ष तक वालों के काम होंगे और वह कर सकेंगे.


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने क्या कहा
इस योजना को लेकर सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना के कारण अर्थव्यवस्था के साथ ही आमजन की आजीविका पर भी संकट आ गया. इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को रोजी-रोटी के संकट से उबारने के लिए यूपीए सरकार द्वारा प्रारंभ की गई. महात्मा गांधी नरेगा योजना ने संबल प्रदान किया, जबकि शहरी क्षेत्रों में इस प्रकार की योजना नहीं है.


इसलिए राज्य के शहरी क्षेत्रों के परिवारों, विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर, असहाय एवं बेरोजगार परिवारों को आर्थिक सम्बल प्रदान करने के लिए मनरेगा की तर्ज पर बजट घोषणा के अनुरूप शहरों में भी अब रोजगार सुनिश्चित करने के लिए इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना लागू की जा रही है. इस योजना से शहरी क्षेत्र में निवास करने वाले परिवारों को भी जीवनयापन करने में मदद मिलेगी.


यह काम होंगे
इस योजना के तहत लोगों से पर्यावरण संरक्षण जल संरक्षण, हेरिटेज संरक्षण, उद्यानों का रखरखाव, अतिक्रमण व अवैध बोर्ड, होर्डिंग्स, बैनर आदि हटाना, स्वच्छता और सेनिटेशन और अन्य काम करवाए जाएंगे.


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