Udaipur News: उदयपुर में दूल्हा नरेन्द्र मेघवाल का परिवार डर के साये में जी रहा है. मावली तहसील के सालेरा खुर्द गांव में 27 नवंबर को दलित दूल्हे की बिंदोली पर पथराव और रोकने का प्रयास हुआ था. घटना को 25 दिन से ज्यादा हो चुके हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. पुलिस ने दलित दूल्हे के घर 24 घंटे दो कांस्टेबल की तैनाती कर दी है. फिर भी असामाजिक तत्वों की अनहोनी से परिजन सहमे हुए हैं.
पुलिस की तैनाती के बावजूद दलित परिवार को डर
लोगों का आरोप है कि ये कोई पहली घटना नहीं है बल्कि कई बार दलितों के साथ हो चुका है. उन्होंने सरकार से कठोर कदम उठाने की मांग की है. लोगों को डर है कि आगे भी दूल्हे के साथ अनहोनी हो सकती है. एबीपी न्यूज से बातचीत में नरेन्द्र बताया कि घटना के बाद से पुलिस का 24 घंटे पहरा लगा रहता था लेकिन दो दिनों से नहीं है. थाने से पता किया तो बताया गया कि चुनाव में ड्यूटी के कारण जाब्ते को भेज दिया गया है. उनका कहना है कि पुलिस की तैनाती और धमकी नहीं होने के बावजूद डर रहता है.
नरेन्द्र का सवाल है कि आखिर मेरी गलती क्या है, क्यों अन्य समाज के लोगों ने इस प्रकार की घटना मेरे साथ की. बता दें कि दूल्हे के पिता रतनलाल ने थाने में 28 नवंबर को रिपोर्ट दी थी कि बेटे को घोड़ी पर बिठाकर गांव में बिंदोली निकाल रहे थे. चारभूजा मंदिर के पास पहुंचे ही थे कि 9 लोगों ने बिंदोली रोकने का प्रयास किया. कुछ लोगों ने पथराव भी किया था. मौके पर पहुंची पुलिस ने बिंदोली को सुरक्षित निकाला.
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