Udaipur News: राजस्थान का एकमात्र ऐसा कॉलेज जहां पास होते ही सीधा IIT और NIT में मिलता है एडमिशन, जानें डिटेल्स
अभी कॉलेज से डेयरी से 60 स्टूडेंट और फूड में 55 बीटेक करके निकलते हैं. इनमें से 70 प्रतिशत को ही नौकरी मिलती है. वह भी 7-8 लाख रुपए पैकेज पर. अब पैकेज भी बढ़ेंगे और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भी आएंगी.
Udaipur News: लगभग हर स्टूडेंट का आईआईटी और एनआईटी जैसे संस्थानों में पढ़ाई करने का सपना होता है. किसी-किसी का टफ कॉम्पिटिशन के चलते सलेक्शन नहीं हो पाता है. लेकिन राजस्थान में एक कॉलेज ऐसा भी है जहां पास होने के बाद ही एनआईटी-आईआईटी जैसे संस्थान में सीधा प्रवेश मिल जाएगा. यह कॉलेज है उदयपुर स्थिति महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का डेयरी कॉलेज.
दरअसल इस कॉलेज को अखिल भारतीयों तकनीकी शिक्षा परिषद नई दिल्ली से मान्यता मिल गई है. यह मान्यता राजस्थान में अब तक सिर्फ इसी कॉलेज को मिली है. अब यहां से पास आउट स्टूडेंट्स सीधा एनआईटी, एनडीआरआई करनाल, आईआईटी (डेयरी कोर्स) में सीधा एडमिशन मिल जाएगा.
प्लेसमेंट और पैकेज बढ़ेंगे, बच्चों को फायदा
एमपीयूएटी के कुलपति डॉ. एनएस राठौड़ ने बताया कि डेयरी कॉलेज आईसीएआर नई दिल्ली से पहले ही मान्यता प्राप्त कर चुका था. अब एआईसीटीई ने भी मान्यता देकर कॉलेज की गुणवत्तापूर्ण और रोजगारपूरक व्यावसायिक तकनीकी शिक्षा पर मुहर लगा दी है. इस उपलब्धि के बाद कॉलेज को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से शैक्षणिक और वित्तीय संसाधन प्राप्त हो सकेंगे. साथ ही यहां के विद्यार्थियों के लिए देश-विदेश में उच्च शिक्षा के साथ नौकरी के लिए अवसर प्राप्त होंगे.
देना पड़ता है एग्जाम
अभी कॉलेज से डेयरी से 60 स्टूडेंट और फूड में 55 बीटेक करके निकलते हैं. इनमें से 70 प्रतिशत को ही नौकरी मिलती है. वह भी 7-8 लाख रुपए पैकेज पर. अब पैकेज भी बढ़ेंगे और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भी आएंगी. वैसे इस कॉलेज में एडमिशन के लिए भी एग्जाम देना होता है.
दिल्ली की टीम ने निरीक्षण के बाद दी मान्यता
डेयरी कॉलेज के डीन डॉ. लोकेश गुप्ता ने बताया कि एआईसीटीई की मान्यत के लिए कॉलेज ने इस साल जनवरी में आवेदन किया था, जिसके बाद दिल्ली से एक टीम निरीक्षण के लिए कॉलेज पहुंची. टीम ने कॉलेज की लेबोरेट्री, डिजिटल क्लासरूम, फैकल्टी और रिसर्च संबंधी सभी जानकारियां जुटाईं. इसके बाद कॉलेज ने करीब पांच माह तक मान्यता के लिए जरूरी अन्य प्रक्रिया भी पूरी की, तब वहां से मान्यता मिली.
ये भी पढ़ें